लुधियाना : पंजाब की अनाज मंडियों में हुए करोड़ों रुपए के ढुलाई संबंधी टेंडर घोटाले के आरोपी इंद्रजीत सिंह इंदी के सरेंडर करने के बाद विजिलेंस ने उसे कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने 3 दिन के रिमांड पर विजिलेंस को सौंप दिया। इंदी पर गहने और दस्तावेजों वाला बैग छिपाने का आरोप है। उसके साथ और कौन-कौन लोग शामिल है। इंदी पूर्व खाद्य एवं सिविल सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशू के साथ प्राइवेट तौर पर निजी सहायक के तौर पर काम करता रहा है। कानूनी कार्रवाई के कारण इंदी को अंदेशा था कि अदालत उसे इस घोटाले में भगोड़ा घोषित कर सकती है क्योंकि विजिलेंस ब्यूरो ने पहले ही उसके विरुद्ध अदालती कार्रवाई शुरू कर दी थी। केस की अगली सुनवाई 4 जनवरी को निर्धारित की गई थी।
इस केस में पहले ही ठेकेदार तेलू राम, जगरूप सिंह, संदीप भाटिया और गुरदास राम एंड कंपनी के मालिकों, भाईवालों के साथ-साथ पंजाब खाद्य एवं सिविल सप्लाई विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा अलग-अलग अनाज मंडियों में लेबर और ढुलाई के टेंडर अलाट करने के लिए संबंधित खरीद एजेंसियों के अधिकारियों/ कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
केस में पड़ताल और सबूतों की जांच के दौरान यह बात सामने आई कि उक्त आरोपी भारत भूषण आशू के पास पीए के तौर पर काम कर रहा था और विजिलेंस ब्यूरो को 24 अगस्त 2022 को एक गुप्त सूचना मिली थी कि भारत भूषण आशू की गिरफ़्तारी के बाद आरोपी इंद्रजीत इंदी को किसी अज्ञात व्यक्ति से गहने, दस्तावेज़ आदि का बैग मिला था जो वह आशू के घर से 22 अगस्त को लेकर आया था। जिसके बाद इंदी फरार हो गया था। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। जिसके बाद इंद्रजीत सिंह इंदी को 26 अगस्त को नामजद किया गया।
गिरफ्तार हो चुके लोग :
तेलू राम, पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू, पूर्व मंत्री के पीए पंकज कुमार उर्फ मीनू मल्होत्रा, कृष्ण लाल धोतीवाला और अनिल जैन (दोनों आढ़तियों) को पहले ही गिरफ़्तार किया जा चुका है और इस समय सभी न्यायिक हिरासत में हैं। इसके इलावा विजेलेंस ब्यूरो की तरफ से पहले ही लुधियाना की अदालत में भारत भूषण आशू, तेलू राम और कृष्ण लाल के विरुद्ध सप्लीमेंटरी चालान पेश किया जा चुका है।
गहने और दस्तावेजों वाला बैग छिपाने का आरोप : आशू के साथ प्राइवेट तौर पर निजी सहायक इंदी का सरेंडर, कोर्ट ने 3 दिन के रिमांड पर विजिलेंस को दिया सौंप
Jan 03, 2023