चंडीगढ़ : पंजाब में आईपीएल क्रिकेटर को नौकरी के नाम पर 2 करोड़ की रिश्वत के मुद्दे पर मुख्यमंत्री भगवंत मान और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी में जबरदस्ती जुबानी जंग छिड़ गई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ में कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आईपीएल में पंजाब की टीम से जुड़े जसइंदर सिंह को नौकरी देने के नाम पर चन्नी के भतीजे ने 2 करोड़ मांगे। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ क्रिकेटर जसइंदर व उसके पिता मनजिंदर सिंह बैठे थे।
उधर उसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने भी चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान उन्हें बदनाम कर रहे हैं। उनके परिवार का जीना हराम कर दिया है। मुझे मेंटली टॉर्चर किया जा रहा है। लगता है सीएम मान ने जसइंदर से नौकरी के बदले मेरी बदनामी का सौदा किया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संगरूर में रैली में कहा था की हिमाचल में IPL मैच देखने मैं गया था। वहां एक क्रिकेटर ने बताया कि चन्नी के मुख्यमंत्री रहते भतीजे ने नौकरी के लिए 2 करोड़ मांगे। इसके जवाब में चन्नी चमकौर साहिब के गुरुद्वारा कत्लगढ़ साहिब पहुंचे। वहां चन्नी ने कहा कि यदि मैंने किसी से भी एक पैसा लिया हो तो मेरा कुछ न रहे। चन्नी ने कहा था कि सूबे के मुख्यमंत्री ने उनके पीछे विजिलेंस लगा रखी है। वह किसी भी तरीके से उन्हें जेल से डालना चाहते हैं।
इसी के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी के साथ जसइंदर व उसके पिता की तस्वीरें दिखाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि चन्नी खुद फैसला कर लें कि इस फोटो में वे हैं या नहीं। मान ने कहा- पहली बार जब ये मामला उठाया तो चन्नी ने गुरुद्वारे जाकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सामने सफाई दी और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दावा किया था कि वह कभी किसी खिलाड़ी या उसके परिवार से नहीं मिले। इन फोटोज ने चन्नी के झूठ की पोल खोल दी है।भगवंत मान ने मनजिंदर सिंह और चन्नी की मुलाकात की फोटो के अलावा उस दिन के प्रोग्राम का इन्विटेशन लेटर भी मीडिया को दिखाया।
क्रिकेटर के पिता के चन्नी पर आरोप लगाए कि 10 मिनट मुलाकात हुई, भतीजे ने गाड़ी में हिसाब करने को कहा
क्रिकेटर जसइंदर के पिता मनजिंदर सिंह ने कहा कि उनकी मोहाली में 9 नवंबर 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी से 10 मिनट मुलाकात हुई थी। तब चन्नी के साथ तत्कालीन डिप्टी सीएम ओपी सोनी और पूर्व मंत्री बलबीर सिद्धू भी थे। मनजिंदर ने कहा- मैं 2 लाख रुपए देने के लिए जब चन्नी के भतीजे जश्न से मिला तो उसने गाड़ी में चलकर हिसाब करने को कहा। मैंने कहा कि पैसे तो मेरी जेब में ही है। ये सुनकर जश्न ने पूछा कि कितने हैं तो मैंने बताया कि 2 लाख रुपए हैं।
मनजिंदर ने कहा कि मेरी बात सुनकर जश्न कमरे में बैठे CM चरणजीत चन्नी से मिलने चला गया। मैं कुछ लोगों के साथ उनके दफ्तर के बाहर ही खड़ा रहा। थोड़ी देर बाद चन्नी खुद कमरे से निकल कर बाहर आए और सबके सामने मुझे जलील करना शुरू कर दिया। चन्नी कह रहे थे कि तुम्हारा लड़का कौन सा ओलिंपिक मेडल लेकर आया है? मुख्यमंत्री के मुंह से इस तरह के जलालत भरे शब्द सुनकर मैं स्तब्ध रह गया। मनजिंदर सिंह ने कहा कि हमारे इलाके के कांग्रेसी विधायक बलबीर सिंह सिद्धू उस समय मौके पर ही मौजूद थे। यह सारा घटनाक्रम उनके सामने ही हुआ था। इस बारे में उनसे भी पूछा जा सकता है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के आरोपों के पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी ने दिए जवाब :
पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने कहा कि मुझे बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। मुख्यमंत्री बार-बार स्टेटमेंट बदल रहे हैं। पहले कह रहे थे कि भांजे हनी ने पैसे मांगे थे, अब भतीजे जश्न पर पहुंच गए। मेरे छोटे भाई की पूरी फैमिली डाक्टर है। भतीजा भी डॉक्टर है। जश्न एमडी कर रहा है।
मुझे लगता है कि जसइंदर भगवंत मान के पास आया होगा और नौकरी की बात की होगी। भगवंत मान ने उसे कहा होगा कि चन्नी को बदनाम करना होगा। जिसके बाद मेरे खिलाफ यह साजिश रची गई है। सीएम मान ने पत्र भी दिखाया है। जिसमें उन्होंने कहा कि जसइंदर ने इस मामले को लेकर मार्च 2021 में हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जहां उसकी याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। इसके सबूत भी उन्होंने पेश किए। मैंने किसी को भांजे या भतीजे को मिलने को नहीं कहा
उन्हींनो में कहा मैंने कभी भी किसी व्यक्ति को नौकरी देने के दौरान यह नहीं कहा कि मेरे भतीजे या भांजे को मिल लो। मैंने कभी झूठी सौंगध नहीं खाई। चन्नी के भतीजे जश्न ने कहा मैं जसइंदर को नहीं जानता। न ही उससे कभी मिला। यह सब बातें झूठ हैं।