गढ़शंकर 18 सितंबर: पंजाब से लगती भारत-पाकिस्तान सीमा को आपसी व्यापार के लिए खुलवाने की मांग को लेकर कीर्ति किसान यूनियन द्वारा किए जा रहे जिला स्तरीय सम्मेलनों की श्रृंखला के तहत डानसीवाल गांव में किसान सम्मेलन आयोजित किया गया। संगठन के राज्य उपाध्यक्ष हरमेस सिंह ढेसी, जिला नेता सुरिंदर बैंस, जिला अध्यक्ष जगतार सिंह भिंडर, भूपिंदर सिंह भूंगा और सतनाम सिंह मुखलियाना और ट्रक यूनियन सैला खुर्द के अध्यक्ष फकीर मुहम्मद ने कहा कि कई साल पहले सरकार ने वाघा और हुसैनीवाला के रास्ते व्यापार बंद कर दिया था, लेकिन मोदी सरकार अपने कॉर्पोरेट पार्टनर अडानी-अंबानिया की कंपनियों और बंदरगाहों के माध्यम से इस व्यापार को जारी रखे हुए है। किसानों और आम लोगों के बजाय कॉर्पोरेट घरानों को फायदा हो रहा है। पंजाब में अगर सड़क रास्ते व्यापार खोला जाये तो किसानों के अलावा व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों और मजदूरों को काफी फायदा होगा और दूसरे देशों से माल का आदान-प्रदान भी मजबूत होगा। उन्होनों कहा कि भाजपा सरकार ने पंजाब की अर्थव्यवस्था को गिराने के लिए सोची-समझी योजना के तहत इस व्यापार को बंद कर दिया है, जिसके खिलाफ पंजाब स्तर पर व्यापक लामबंदी की जा रही है।
इस दौरान संगठन के तहसील सचिव कुलवंत सिंह गोलेवाल, देनोवाल कला हरबंस सिंह रसूलपुर, संदीप सिंह, परमजीत सिंह पम्मा रूड़की खास, ओंकार सिंह डांनसीवाल , कुलवीर सिंह नंबरदार, गगनदीप सिंह पंच, कुलवरन सिंह सहोता, अमरीक सिंह सिकंदरपुर, संदीप सिंह सिकंदरपुर, मिंटू, हरजिदर सिंह करतार सिंह, बलवीर सिंह मजारा, सुखविंदर सिंह जल्लोवाल, हरपाल सिंह, शमशेर सिंह चक सिंघा, सतनाम सिंह चक गुरु, बाबा सुरजीत सिंह, कुलवंत सिंह, लखवीर सिंह चहलपुर, सुखविंदर सिंह मोइला, गुरप्रीत सिंह और कर्मचारी नेता सुखदेव डानसीवाल, मुकेश कुमार और पेंशनभोगी नेता हंस राज गढशंकर , सतपाल केलर और अमरजीत बंगड़ ने कहा कि यहां पूरी दुनिया में, खासकर यूरोप में विभिन्न देश अपनी सीमाएं खोलकर व्यापार बढ़ा रहे हैं, वहीं वे अपने आपसी संबंधों को भी सुधार रहे हैं, जिससे उनके बीच नफरत खत्म हो रही है। यदि भारत पंजाब की सीमा के माध्यम से पाकिस्तान के साथ व्यापार करता है, तो आपसी शत्रुता समाप्त हो जाएगी और रक्षा पर बेहिसाब खर्च भी कम हो जाएगा। किसान नेता कुलविंदर चहल ने सम्मेलन में आए सभी किसानों का धन्यवाद किया।