चंडीगढ़ : नवजोत सिंह सिद्धू और प्रताप सिंह बाजवा के बीच चल रही जुबानी जंग में यूथ कांग्रेस ने बड़ा कदम उठाते हुए यूथ कांग्रेस ने सिद्धू के करीबी मीडिया संयोजक मनसिमरत सिंह उर्फ शैरी रियाड़ को पार्टी की सभी गतिविधियों से मुक्त कर करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर पूरे मामले में तीन दिनों में जवाब भी मांगा लिया है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक यह कारवाई नवजोत सिद्ध के खिलाफ कोई बड़ी करवाई से पहले उनके क़रीबियों को निपटाने का कदम हो सकता है।
पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ मीडिया में बोलने के शैरी पर आरोप लगे हैं। शैरी ने पटियाला में सिद्धू के समर्थन में होर्डिंग्स लगाए हैं। खास बात यह है कि होर्डिंग्स में पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और पंजाब के अन्य कांग्रेस नेता की फोटो नहीं लगी हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी के अलावा होर्डिंग्स पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी व सोनिया गांधी की फोटो लगी हैं। होर्डिंग्स पर ‘सारा पंजाब सिद्धू दे नाल’ नारा लिखा है। बता दें कि प्रताप सिंह बाजवा पहले ही मीडिया में बयान दे चुके हैं कि सिद्धू अपना अलग मंच न लगाएं बल्कि पार्टी मंच पर आकर अपनी बात रखें। यहां तक कि बाजवा ने कहा था कि सिद्धू के कारण ही विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सीटें 78 से कम होकर 18 रह गई थीं। इसलिए अब वह और पार्टी का नुकसान न करें।
नोटिस में ये लिखा : पिछले कई दिनों से लगातार मीडिया से आपके वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बोलने की खबरें मिल रही हैं। इसलिए हमने आपको पंजाब यूथ कांग्रेस की गतिविधियों से मुक्त करने का निर्णय लिया है। तीन दिन में शैरी रियाड़ को इस मामले में अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया है। आगे लिखा कि अन्यथा हम आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई करने पर मजबूर होंगे।