गढ़शंकर – पंजाब के करीब 25 सौ भठ्ठों पर काम करने वाले लोगों की संख्या पांच लाख है जिनके घर का चूल्हा इस उद्योग से चलता है। कोरोना के चलते इन लोगों के खान पान का प्रबंध भठ्ठा संचालक कर रहे हैं ताकि कोई भूखे पेट न रहे लेकिन अब भठ्ठा उद्योग भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है। इन बातों का प्रगटावा होशियारपुर तहसील भठ्ठा यूनियन के प्रधान मनीष गुप्ता ने करते हुए कहा कि पिछले साल नवंबर-दिसंबर में भठ्ठों में उपयोग होने वाले कोयला के भाड़े में भारी बढ़ोतरी हुई है जिसके कारण करीब छह हजार रुपए प्रतिटन कोयला महंगा पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश केचंद पूंजीपतियों ने कोयला के बिजनेस पर कब्जा कर रखा है और वह मनमाने दामों पर कोयले को बेच कर भठ्ठा संचालकों को ब्लैकमेल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महंगे दामों पर कोयला खरीदने के कारण भठ्ठा संचालको पर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है जो जल्द ही बंद होने के हालात में पूहंच सकता है। उन्होंने कहा कि महंगे कोयले के कारण ििईंकेके दामों में भारी बुद्धि होगी जिसका खमियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ेगा और उनका घर बनाने का सपना महंगा हो जाएगा। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि कोयला के बिजनेस करने वाले लोगों पर नकेल कसे जा इस बिजनेस को अपने कब्जे में लेकर पुराने दामो पर भठ्ठा उद्योग को कोयले की सप्लाई सुनिश्चित कराए अन्यथा लाखो को रोजगार देने वाला उद्योग बंद हो जाएगा और लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे।
चंद पूंजीपतियों के है कोयले के बिजनेस, भठ्ठा उद्योग संकट में सरकार निकालने के लिए करे उपाय…. मनीष गुप्ता प्रधान भठ्ठा यूनियन
May 16, 2021