लोनावाला : करीब दो हफ्ते पहले पुणे पुलिस ने लोनावाला के एक बंगले से पॉर्न मूवी बनाने वाले एक रैकेट का पर्दाफाश किया था। 5 महिलाओं समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी की पहचान विष्णु (35) के रूप में हुई है, जो कोलकाता का रहने वाला था। उस पर सेक्स फैंटसी नाम की एक प्रोडक्शन कंपनी के लिए अश्लील फिल्में बनाने का आरोप है।
लोनावला इलाके के एक बंगले में कथित तौर पर अश्लील फिल्में बनाने के मामले में पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस रैकेट का जाल पूरे देश और यहां तक कि नेपाल तक भी फैला हुआ है। पुलिस ने कहा कि जिन अन्य आरोपियों को मुख्य आरोपी विष्णु ने काम पर रखा था, वे उत्तर प्रदेश , गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र , दिल्ली और उत्तराखंड से थे। पुलिस ने कहा कि इनमें 5 महिलाएं और कुछ पुरुष शामिल थे, जो कैमरामैन, लाइट तकनीशियन और मेकअप आर्टिस्ट के साथ-साथ पोर्न फिल्म के एक्टर-एक्ट्रेस के रूप में काम करते थे।
अवैध तरीके से पोर्नोग्राफी वेबसाइट चलाने वालों को बेचते थे मूवी : सब इंस्पेक्टर भरत भोसले ने बताया कि 30 मार्च को लोनावाला ग्रामीण पुलिस स्टेशन में इस मामले में FIR दर्ज की गई थी। उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया है कि विष्णु और उसके सहयोगियों ने इन फिल्मों को अवैध पोर्नोग्राफ़ी वेबसाइट चलाने वाले लोगों को बेचकर पैसा कमाया, पुलिस ने कहा कि आरोपी ने कथित तौर पर अश्लील फिल्में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और मोबाइल फोन ऐप पर भी अपलोड कीं। पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने सब्सक्रिप्शन के जरिए भी काफी पैसा कमाया. कुछ आरोपियों ने पहले नेपाल और अन्य जगहों पर अश्लील फिल्में बनाई हैं. आगे की जांच जारी है।
लोनावाला के ‘अर्नव विला’ नाम बंगले में पॉर्न मूवी शूट करने के बारे में सूचना के बाद इंस्पेक्टर किशोर धूमल के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने छापेमारी की थी। 29 मार्च, 2024 की शाम को पुलिस की टीम पाटन गांव (लोनावाला से लगभग 11 किमी दूर) पहुंची थी। पुलिस ने बंगले के अंदर अलग-अलग कमरों से 5 महिलाओं और कुछ पुरुषों समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया था।
30 हजार रुपये में किराए पर दिया था बंगला : पुलिस ने तीन स्थानीय एजेंट्स को भी गिरफ्तार किया। जिन्होंने आरोपियों की पहचान को बिना वैरिफाइड किए 30 हजार रुपये में बंगला किराए पर दिया था। पुलिस ने कहा कि तीनों ने घटनास्थल पर फिल्म की शूटिंग के बारे में जानने के बावजूद पुलिस को जानकारी नहीं दी। आरोपियों पर IPC की धारा 292, 293, 34, IT एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 6.72 लाख रुपये मूल्य के कैमरे, 16 सेल फोन, एक लैपटॉप, कंडोम पैकेट, शिलाजीत कैप्सूल और अन्य सामान जब्त किए थे। पुलिस ने कहा कि मुख्य आरोपी विष्णु पर पिछले कुछ महीनों से पोर्न फिल्म प्रोड्यूसर के नेटवर्क से जुड़े होने का संदेह है। विष्णु को कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान है. वो पोर्न फिल्मों का कारोबार करने वाले लोगों से वाकिफ है. उसने एक प्रोडक्शन कंपनी के लिए पॉर्न फिल्में शूट करने की बात स्वीकार की है।
एक्टर को 10 हजार, एक्ट्रेस को 20 हजार प्रतिदिन सैलरी : पुलिस ने कहा कि विष्णु ने पोर्न फिल्मों की शूटिंग के लिए एक पूरा सेटअप तैयार कराया था। जांच के अनुसार, उसने अश्लील फिल्में बनाने के लिए एक्ट्रेस को हर दिन 20 हजार रुपये और पुरुषों को 10 हजार रुपये प्रतिदिन देता था। मुख्य आरोपी ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर लोनावाला के पास बंगले में तीन दिनों में कई फिल्मों की शूटिंग की। इन फिल्मों को भारतीय और विदेशी पोर्नोग्राफ़ी वेबसाइटों को बेचने की योजना थी। छापेमारी के दौरान ऐसी वेबसाइट्स की डिटेल, कुछ आपत्तिजनक फोटोज और वीडियो बरामद किए गए है. इस मामले में जब्त किए गए कैमरा, फोन के अंदर के डेटा की जांच पड़ताल जारी है।
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी काफी चालाकी से पूरे रैकेट का संचालन कर रहा था। अधिकतर लेन देन कैश में करता था। अन्य आरोपियों के मोबाइल को एक बैग में जब्त कर लेता था, ताकि उस बंगले का पता न लगाया जा सके।पॉर्न मूवी में एक्टिंग करने वाले एक्टर और एक्ट्रेस से एक कागज पर साइन कराया जाता था और एक वीडियो रिकार्ड कराया जाता था, जिसमें आरोपी अपनी मर्जी से इस काम को करने की बात स्वीकार करते थे।