एएम नाथ। लाहौल : लाहौल घाटी में हिमाचल की सीमा में घुसकर कारोबार करने का विवाद नहीं थम रहा है। मनाली-लेह मार्ग के सरचू और दारचा-शिंकुला-जांस्कर सड़क पर शिंकुला दर्रा के अंदर हिमाचल की सीमा में लेह और लद्दाख के लोग कारोबार कर रहे हैं।
ताजा मामला दारचा-शिंकुला दर्रा-जांस्कर-लेह मार्ग पर सामने आया है। यहां एक पर्यटन कारोबारी ने शिंकुला से करीब 18 से 20 किमी अंदर दारचा पंचायत में टेंट लगा दिए। इसको देखते हुए विधायक अनुराधा राणा ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। उनके साथ दारचा पंचायत के प्रधान अशोक भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि उनकी पंचायत के अंदर लगाए टेंटों को हटा दिया है। शिंकुला दर्रा में एक ढाबा चला रहे व्यक्ति को वन विभाग ने जमीन खाली करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि लाहौल क्षेत्र में दो जगहों पर सीमा विवाद का मसला चल रहा है।
उधर, मनाली-लेह मार्ग पर चल रहा विवाद सर्वे करने के नौ साल बाद भी नहीं सुलझ पाया है। इससे पहले भी करीब आठ से नौ साल पहले शिंकुला के पास पलमो में इसी तरह का मामला सामने आया था। वहीं हिमाचल की सीमा सरचू में भी कई बार लेह के कारोबारी 17 से लेकर 30 किलोमीटर अंदर तक टेंट लगा चुके हैं। वर्षों से चल रहा विवाद नहीं सुलझ पा रहा है।
हिमाचल और लेह-लद्दाख के बीच के इस विवाद को लेकर 2015 में सर्वे आफ इंडिया की टीम ने विवादित स्थल का दौरा किया। टीम ने हिमाचल सीमा के अंदर तक घुस कर कारोबार करने का खुलासा किया था। मगर तब से मामला ठंडे बस्ते में है। विधायक अनुराधा राणा ने कहा कि सरचू का मामला सरकार के ध्यान में है। शिंकुला के विवाद को सुलझा दिया गया है। यहां पर शिंकुला दर्रा से भी अंदर आकर लगाए गए टेंट को हटा दिया है। शिंकुला में ढाबा संचालक को भी हटने को कहा गया है।