एएम नाथ। शिमला : हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) अपने होटलों में कमरों की बुकिंग निजी कंपनी से कराएगा, जो निगम को लाखों रुपये एडवांस में देगी। चेयरमैन रघुबीर सिंह बाली की अध्यक्षता में निगम के निदेशक मंडल की बैठक में बुकिंग का काम निजी कंपनी को सौंपने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
बैठक के बाद बाली ने बताया कि प्रदेश के इतिहास में पहली बार निजी होटल समूहों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए कमरों की बुकिंग का काम निजी ऑनलाइन कंपनी को आउटसोर्स करने का फैसला लिया गया है। निगम को एडवांस में लाखों रुपये मिलेंगे, जिसका इस्तेमाल होटलों के जीर्णोद्धार पर किया जाएगा।
होटलों और रेस्तरां के लिए जरूरी सामान की खरीद पर सालाना करीब 30 करोड़ रुपये खर्च होते हैं। केंद्रीय क्रय इकाई के माध्यम से कंपनियों से बातचीत कर सालाना करीब 5 करोड़ रुपये की बचत होगी। निगम के रेस्तरां जो अभी घाटे में चल रहे हैं, उनका संचालन भी निजी हाथों में सौंपा जाएगा, लेकिन स्वामित्व पर्यटन निगम के पास ही रहेगा। बोर्ड ने कुल्लू और मनाली के चार होटलों का पूरी तरह से जीर्णोद्धार करने का फैसला लिया है। मनाली क्लब हाउस में आइस स्केटिंग रिंक भी बनाया जाएगा।
इस अवसर पर बोर्ड सदस्यों के अलावा प्रबंध निदेशक डॉ. राजीव कुमार और महाप्रबंधक अनिल तनेजा भी मौजूद थे। आरएस बाली ने कहा कि पर्यटन निगम के कर्मचारी परिवार के सदस्य की तरह हैं। कर्मचारियों के हित में ग्रेच्युटी 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख कर दी गई है। पेंशन 3500 से बढ़ाकर 9000 कर दी गई है।
इसके अलावा, कर्मचारी की मृत्यु पर दी जाने वाली अनुग्रह राशि 75,000 से बढ़ाकर 1.50 लाख कर दी गई है। मैंने मुख्यमंत्री से अनुमति लेने के बाद सेवानिवृत्त वरिष्ठ आईएएस अधिकारी तरुण श्रीधर से निगम के हित में सुझाव देने का अनुरोध किया है।
प्रोजेक्ट कंसल्टेंट की लागत लाखों में हो सकती है, लेकिन श्रीधर पर्यटन निगम की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए बिना किसी शुल्क के सुझाव देंगे। उनके अनुभव से निश्चित रूप से निगम को लाभ मिलेगा। बोर्ड ने आउटसोर्स आधार पर तकनीकी कर्मचारियों की भर्ती करने का निर्णय लिया है।
इससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि होटल सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। रसोईघर में खाद्य नियंत्रक, एफ एंड बी प्रबंधक, हाउसकीपिंग प्रबंधक तथा शेफ सहित तकनीकी कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी।