चंडीगढ़ जिसे देश का सबसे सुनियोजित शहर माना जाता है, इस समय पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ के आगामी कॉन्सर्ट को लेकर विवादों में है। 14 दिसंबर को होने वाले इस शो पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, जिनमें सुरक्षा, ट्रैफिक, और सार्वजनिक व्यवस्था प्रमुख हैं।
महिला पार्षद की आपत्ति : चंडीगढ़ के सेक्टर 34 की महिला पार्षद प्रेम लता ने इस शो को रद्द करने की मांग करते हुए प्रशासक गुलाब चंद कटारिया और डिप्टी कमिश्नर को एक चिट्ठी लिखी है। उनका दावा है कि जिस ग्राउंड में यह शो आयोजित किया जाना है, उसकी क्षमता सीमित है और अत्यधिक भीड़ से न केवल ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित होगी बल्कि सुरक्षा को लेकर भी समस्याएं खड़ी हो सकती हैं।
उन्होंने पिछले दिनों हुए करण औजला के शो का हवाला देते हुए कहा कि वहाँ खुलेआम शराब परोसी गई और 18 साल से कम उम्र के बच्चों को सिगरेट पीते देखा गया। उन्होंने इस मुद्दे पर चिंता जताई कि ऐसे आयोजनों में युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
प्रशासन की तैयारी और चुनौतियां : इस शो को लेकर प्रशासन और पुलिस विभाग भी सतर्क है। अधिकारियों ने भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के प्रबंधन को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की हैं। पिछले दिनों करण औजला के शो में अनुमानित क्षमता से करीब 8,000 अधिक लोग पहुंच गए थे, जिससे प्रशासन की मुश्किलें बढ़ गई थीं।
डिप्टी कमिश्नर निशांत यादव ने बताया कि कॉन्सर्ट के लिए आयोजकों ने अनुमति के लिए आवेदन किया है। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभागों से अनुमति और एनओसी लेने के बाद ही अंतिम स्वीकृति दी जाएगी। साथ ही, शो की निगरानी के लिए अलग-अलग टीमें गठित की जाएंगी।
ट्रैफिक और सुरक्षा पर फोकस : ट्रैफिक व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है। आमतौर पर ऐसे आयोजनों के दौरान भारी भीड़ के चलते शहर के प्रमुख मार्गों पर जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इस बार प्रशासन ने वादा किया है कि परमिशन देने से पहले आयोजकों को सभी नियमों का पालन सुनिश्चित करना होगा।
क्या कहते हैं आयोजक : शो के आयोजकों ने प्रशासन के साथ मिलकर काम करने की बात कही है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि वे सभी सुरक्षा और कानून-व्यवस्था से जुड़े प्रावधानों का पालन करेंगे। साथ ही, उन्होंने कहा कि पिछले शो में जो कमियां सामने आई थीं, उन्हें इस बार ध्यान में रखते हुए प्रबंधन किया जाएगा।