*भुआणा में प्राकृतिक खेती के अंतर्गत एक दिवसीय सामूहिक संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित*
एएम नाथ। पंचरुखी, 17 दिसंबर : आयुष युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री यादविंद्र गोमा ने कहा कि किसानों और बागवानों की आजीविका को सुदृढ़ और आय बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में प्राकृतिक खेती के प्रोत्साहन के लिए 15 करोड़ रुपए का बजट का प्रावधान रखा है।
आयुष मंत्री मंगलवार को जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र भुआणा पंचायत में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) के तत्वावधान में किसानों के लिए प्राकृतिक खेती पर आयोजित एक दिवसीय सामूहिक संवेदीकरण कार्यक्रम का शुभारंभ करने के उपरांत जनसभा को संबोधित करते हुए बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि खेती की लागत को कम करने, आय एवं उत्पादकता को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है।
प्राकृतिक खेती से जहां मानव और पर्यावरण को रासायनिक खेती के दुष्प्रभावों से बचाया जा रहा है। वहीं खेती की लागत कम होने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिल रहा है।
उन्होंने परियोजना द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूक करने के लिए लगाए जा रहे शिविरों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि आधुनिक समय में रसायनों के अधिक प्रयोग से रसायनों का अंश उत्पादों में अधिक मात्रा में आने लगा है, जिसका स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए प्राकृतिक खेती कम लागत वाला एक बेहतर विकल्प है। मंत्री ने सभी लोगों से आह्वान किया कि प्राकृतिक खेती को और अधिक बढ़ावा दें और अपने आसपास के गांव के लोगों को भी प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों से प्राकृतिक खेती से उगाई गई गेहूं को 40 रुपए प्रति किलो जबकि मक्की को 30 रुपए के समर्थन मूल्य पर खरीद कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1508 किसानों से 398 मिट्रिक टन प्राकृतिक खेती से उगाई मक्की की खरीद की गई है। उन्होंने कहा कि यह खरीद करके सरकार ने हिमभोग ब्रांड से हिम मक्की आटे को बाजार मे उतारा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भैंस तथा गाय के दूध खरीद मूल्य में उल्लेखनीय वृद्धि कर इसे 55 और 45 रुपए प्रति किलो किया है।
इस अवसर पर आत्मा के परियोजना निदेशक डॉ राज कुमार ने भी किसानों को प्राकृतिक खेती के फायदे बताए। उन्होंने बताया कि कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती द्रव्य उत्पादन हेतु प्लास्टिक ड्रम पर 75 प्रतिशत या अधिकतम 750 रूपये प्रति ड्रम के हिसाब से 3 ड्रम खरीदने पर अनुदान दिया जाता है। इसी तरह, गौशाला फर्श निर्माण पर 80 प्रतिशत या अधिकतम 8000 रुपये का अनुदान दिया जाता है।उन्होंने बताया कि देसी गाय की खरीद पर सरकार द्वारा किसानों को 50 प्रतिशत या अधिकतम 25000 रुपये अनुदान दिया जाता हैै। उन्होंने किसानों को प्राकृतिक खेती से जुड़ने तथा सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से फायदा उठाने का आह्वान किया ।
मंत्री ने इस मौके पर प्राकृतिक खेती से तैयार की गई सब्जियों इत्यादि की प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
*आयुष मंत्री ने किया माता आशापुरी स्वागत द्वार का लोकार्पण*
आयुष मंत्री ने इससे पहले लगभग 8 लाख रुपए की लागत से निर्मित माता आशापुरी स्वागत द्वार का भी विधिवत लोकार्पण किया।
कार्यक्रम में परियोजना उपनिदेशक निदेशक आत्मा डॉ. सुशील कुमार, बीडीओ लंबा गांव सिकंदर कुमार, किसान सलाहकार समिति के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार, भुआणा पंचायत प्रधान बलवंत सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी तथा स्थानीय पंचायतों के किसान उपस्थित रहे।