फतेहगढ़ साहिब। रिटायर फौजी के बेटे को अवैध हिरासत में थर्ड डिग्री देने के मामले का खुलासा हुआ है। शनिवार को मामला एसएसपी के सामने पहुंचा। जिसके बाद एसएसपी ने आरोपी पुलिस मुलाजिमों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश देते हुए तत्काल प्रभाव से दो मुलाजिमों मनदीप सिंह व रवनीत सिंह को सस्पेंड कर दिया।
मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। मामला तब सामने आया जब इसमें कर्नल बाठ की पत्नी जसविंदर कौर बाठ की एंट्री हुई। पुलिस अधिकारियों पर मामले को दबाने के आरोप भी लग रहे हैं।
अवैध हिरासत में नशे के नाम पर थर्ड डिग्री देने के मामले को लेकर शनिवार को दो घंटे से ज्यादा हंगामखेज हालात बने रहे। पुलिस अधिकारियों पर दबाव बनाने और कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए पीढ़ित परिवार ने कर्नल बाठ की पत्नी जसविंदर कौर बाठ से संपर्क कर सहायता मांगी। जिसके बाद शनिवार दोपहर करीब 12 बजे जसविंदर कौर बाठ व कर्नल बाठ के साढ़ू व भाजपा नेता गुरतेज सिंह ढिल्लों फतेहगढ़ साहिब पहुंचे।
उन्होंने यहां सिविल अस्पताल में उपचाराधीन गांव भल्लमाजरा निवासी सुरिंदरपाल सिंह व उनके ड्राइवर विक्की से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली। पीड़ित ने बताया कि वह कंबाइन से फसलों की कटाई का काम करते हैं। 10-11 अप्रैल की दरमियानी रात करीब दो बजे वह अपने ड्राइवर विक्की के साथ बठिंडा की ओर से अपने गांव लौट रहे थे। उनके गांव से करीब दो किमी दूर पटियाला जिले की हद में पड़ते गांव तरखेड़ी के पास पुलिस वाहन ने उन्हें रोका और जबरन उन्हें व ड्राइवर को पुलिस वाहन में उठा कर ले गये। उन्हें फतेहगढ़ साहिब के थाना बडाली आला सिंह के अंतर्गत आती खेड़ा पुलिस चौकी ले गये।
आरोप है कि खेड़ा पुलिस चौकी में मनदीप सिंह व रवनीत नामक पुलिसकर्मियों ने उन्हें बुरी तरह पीटा। जिससे वह लहुलुहान हो गया। पुलिस मुलाजिम उनसे अफीम की जबरन बरामदगी दिखाना चाहते थे। सुरिंदर पाल सिंह के पिता रिटायर्ड सैनिक जसवंत सिंह को शुक्रवार 11 अप्रैल सुबह करीब 7 बजे फोन पर सूचित कर खेड़ा पुलिस चौकी से बेटे को ले जाने के लिये कहा गया। परिजनों ने सुरिंदर पाल सिंह और विक्की को खेड़ा पुलिस चौकी से लाकर फतेहगढ़ साहिब सिविल अस्पताल में उपचार के लिये भर्ती किया।
पीड़ित परिवार ने बताई आपबीती
पीड़ित परिवार ने बताया कि एमएलआर कटने के बाद भी कोई पुलिस कर्मी पीढित का बयान दर्ज करने तक नहीं पहुंचा। वहीं, पीड़ित के पिता पूर्व सैनिक जसवंत सिंह के मुताबिक डीएसपी बस्सी पठाना राजकुमार शर्मा और एसएचओ बडाली आला सिंह मनप्रीत सिंह दयोल ने कार्रवाई न करने के लिये परिवार पर दबाव बनाया।
शनिवार को यहां पहुंची कर्नल बाठ की पत्नी जसविंदर कौर बाठ पीड़ित से मुलाकात के बाद परिवार के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंची। जहां उन्हें भीतर जाने से रोकने का प्रयास किया गया। इस पर माहौल हंगामाखेज हो गया। जसविंदर कौर तीखे विरोध के बाद अन्दर पहुंची। उस समय एसएसपी शुभम अग्रवाल अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे। जिस पर जसविंदर कौर ने डीसी डॉ. सोना थिंद से फोन पर बात कर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी। जिसके बाद इंचार्ज स्पेशल सेल अमरदीप सिंह और डीएसपी हैडक्वाटर हृदेश ने जसविंदर कौर से बात कर मामले को शांत किया।
एसएसपी शुभम अग्रवाल के पहुंचने पर जसविंदर कौर बाठ के साथ पीढित परिवार ने उनसे मुलाकात कर शिकायत सौंपी। हैरानी की बात यह रही कि एसएसपी सहित जिले के आला पुलिस अधिकारियों ने मामले पर अनभिज्ञता जाहिर की। हालांकि, शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए एसएसपी ने अरोपी मुलाजिमों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मनदीप सिंह व रवनीत सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने के आदेश दिए।
इसी के साथ ही पूरे मामले की जांच के लिये एसआईटी गठित करने के निर्देश भी एसएसपी ने दिये हैं। पीढित परिवार ने एसएसपी द्वारा की गई कार्रवाई पर संतोष जताते हुए न्याय की उम्मीद जाहिर की है। वहीं, जसविंदर कौर बाठ ने कहा कि वर्दी में कुछ लोग असमाजिक तत्वों की तरह व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने पंजाब पुलिस में सफाई की जरूरत की भी बात कही।
पैसे छीनने और सरपंच को धमकी देने का भी है आरोप
सएसपी शुभम अग्रवाल को दी शिकायत में पीढित पक्ष ने 22 हजार रुपये और अन्य सामान जिसमें ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, एटीएम व पेन कार्ड छीनने का आरोप भी पुलिस मुलाजिमों पर लगाया है। वहीं, पीढित के पिता पूर्व सैनिक जसवंत सिंह, चाचा बलदेव सिंह व सरपंच के पति अवतार सिंह को भी कार्रवाई करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देने का आरोप शिकायत में लगाया गया है।