लुधियाना :पंजाब की सियासत में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। आगामी लुधियाना पश्चिम उपचुनाव से ठीक पहले शिरोमणि अकाली दल को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता राजिंदर दीपा और सरबजोत सिंह साबी ने अकाली दल से नाता तोड़ते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया।
यह कांग्रेस के लिए एक बड़ी जीत और अकाली दल के लिए रणनीतिक नुकसान माना जा रहा है। दोनों नेता चंडीगढ़ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, प्रताप सिंह बाजवा और पंजाब मामलों के प्रभारी भूपेश बघेल की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए।
राजिंदर दीपा और सरबजोत सिंह का कांग्रेस में आना लुधियाना पश्चिम सीट पर पार्टी की स्थिति को मजबूत कर सकता है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब राज्य में उपचुनावों को लेकर माहौल गरम है और सभी दल अपने पत्ते खोलने में जुटे हुए हैं।
-राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक
यह बदलाव न सिर्फ लुधियाना बल्कि पूरे मालवा क्षेत्र की राजनीति पर असर डाल सकता है। इससे कांग्रेस को स्थानीय स्तर पर मजबूती मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।