लुधियाना : पंजाब की लुधियाना पश्चिमी सीट पर आप उम्मीदवार संजीव अरोड़ा की जीत हुई है, जबकि प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भारत भूषण आशु को चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है।
आशु दूसरे नंबर पर रहे। इस हार के बाद उन्होंने पंजाब प्रदेश कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। आशु ने कहा कि वह हार की जिम्मेदारी लेते हैं और इसलिए उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की है।
हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए आशु ने कहा कि उन्होंने पार्टी हाईकमान से अपने प्रचार अभियान के लिए अपनी चुनी हुई टीम मांगी थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने और उनकी टीम ने अपनी क्षमता के अनुसार चुनाव लड़ा था लेकिन हार हुई। पार्टी सूत्रों ने कहा कि आशु के इस्तीफे के पीछे सिर्फ हार वजह नहीं है बल्कि पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वरिंग और प्रताप बाजवा के साथ मतभेद भी एक कारण हैं। आशु ने साफ तौर पर कहा था कि वरिंग और बाजवा को उनके लिए प्रचार नहीं करना चाहिए।
कितने मतों के अंतर से हारे आशु?
आप उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु को 10,637 मतों के अंतर से हराया। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, अरोड़ा को 35,179, जबकि आशु को 24,542 वोट मिले। भाजपा के जीवन गुप्ता को 20,323 वोट मिले जबकि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के परोपकार सिंह घुम्मण को महज 8,203 वोट ही हासिल हुए। जनवरी में ‘आप’ विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी का निधन हो जाने के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था।
अरविंद केजरीवाल का दावा
मतदाताओं को धन्यवाद देते हुए ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में लोग भाजपा से तंग आ चुके हैं तथा उपचुनावों में उन्होंने कांग्रेस और भाजपा, दोनों को खारिज कर दिया। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में दावा किया, ”दोनों सीटों पर कांग्रेस और भाजपा, दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ीं। इन दोनों का एक ही मकसद था – आप को हराना। लेकिन लोगों ने दोनों ही जगह इन पार्टियों को नकार दिया।”
चार राज्यों में हुए विधानसभा उपचुनावों में सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) के गोपाल इटालिया ने गुजरात की विसावदर सीट पर जीत दर्ज की और उनकी पार्टी ने पंजाब में लुधियाना पश्चिम सीट भी बरकरार रखी, जबकि केरल में कांग्रेस नीत यूडीएफ ने सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) से नीलांबुर सीट छीन ली। वहीं, गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कडी सीट बरकरार रखी, जबकि तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल के नादिया जिले की कालीगंज विधानसभा सीट पर बढ़त बनाये हुए है। इन पांचों निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव के तहत मतदान 19 जून को हुआ था।