विकासखंड झंडूता में उद्यान विभाग की पहल, बागवानी से किसानों को मिलेगा आर्थिक लाभ
रोहित भदसाली। बरठीं (बिलासपुर)। विकासखंड झंडूता की सुन्हाणी पंचायत में एचपी शिवा प्रोजेक्ट के तहत किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए एक बड़ी पहल की जा रही है। इस योजना के तहत 120 बीघा भूमि का चयन कर उद्यान विभाग ने इसमें अनार, अमरूद, लीची और संतरे जैसे उच्च गुणवत्ता वाले फलदार पौधे लगाने की योजना बनाई है।
रविवार को आयोजित एक बैठक में किसानों को इस परियोजना के बारे में जानकारी दी गई और उन्हें बागवानी के माध्यम से आर्थिक लाभ कमाने के प्रति जागरूक किया गया। एचपी शिवा प्रोजेक्ट के निदेशक डॉ. देवेंद्र ठाकुर ने बताया कि परियोजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना है। इस प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए फलदार पौधे बिलासपुर जिले में बागवानी को सुदृढ़ बनाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की इस पहल के तहत उद्यान विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर किसानों को बागवानी के प्रति प्रेरित कर रहा है ताकि उन्हें अधिक आय प्राप्त हो सके।
डॉ. ठाकुर ने जानकारी दी कि एचपी शिवा प्रोजेक्ट का दायरा पहले 600 हेक्टेयर था, जिसे अब बढ़ाकर 1200 हेक्टेयर कर दिया गया है। इस विस्तार के तहत जिले में उच्च गुणवत्ता वाले अनार, अमरूद, लीची और संतरे के पौधे लगाए जाएंगे। इस पहल का उद्देश्य जिले में बागवानी के क्षेत्र को बढ़ावा देना और किसानों को इस योजना का अधिकतम लाभ प्रदान करना है। बैठक में उद्यान विभाग के अधिकारी अरविंद गौतम, रमेश कुमार कौंडल, सुरेंद्र कौशल, राजेश कौशल, बलिराम, ओंकार चौधरी, और कृष्ण दयाल सहित कई किसान उपस्थित रहे।
मार्च में शुरू होगी प्लांटेशन
बैठक के दौरान किसानों को बताया गया कि प्लांटेशन कार्य मार्च में शुरू किया जाएगा। इसके पहले, किसानों द्वारा एक समिति का गठन कर जमीन को समतल किया जाएगा। उद्यान विभाग के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि विभाग की ओर से किसानों को हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा, ताकि प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया जा सके।
विभाग का लक्ष्य है किसानों को सशक्त बनाना
एचपी शिवा प्रोजेक्ट के अंतर्गत उद्यान विभाग का लक्ष्य है कि बिलासपुर के किसानों को बागवानी के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाए। विभाग परियोजना के आगामी लक्ष्यों को पूरा करने और अन्य फल प्रजातियों के उत्पादन को भी बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे किसानों की आय में और वृद्धि हो सकेगी।