अमृतसर। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह से एनएसए हटाने की तैयारी की जा रही है। दो साल पहले गिरफ्तार किए और डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल और उसके दो साथी पपलप्रीत सिंह और वरिंदर सिंह जौहल पर से 22 मार्च को एनएसए समाप्त हो रही है।
अभी तक अवधि बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से कोई आदेश जारी नहीं किया जा सका है। अधिकारी इस बात पर चुप्पी साधे हुए हैं कि एनएसए बढ़ाया जाएगा या नहीं। क्योंकि कानून विशेषज्ञों का कहना है कि दो साल से अधिक एनएसए नहीं लगाया जा सकता। सरकार इसी बात को लेकर मंथन में लगी है।
हाईकोर्ट में विचाराधीन है ये केस
बता दें अमृतपाल सिंह और उसके उक्त दो साथियों को यहां अमृतसर लाने के लिए हाईकोर्ट में केस विचाराधीन है। जिसकी सुनवाई भी 25 मार्च को होनी तय है। अमृतपाल सिंह के सात साथियों को अमृतसर देहात पुलिस 21 मार्च को असम की डिब्रूगढ़ जेल से यहां लेकर पहुंची थी।
आरोपितों की पूछताछ के बाद पुलिस ने कोटकपुरा के पंजगराइय़ां गांव निवासी अमनदीप सिहं को भी गिरफ्तार किया है। अमनदीप सिंह भी अजनाला थाने पर हमला करने वालों का सहयोगी थी। जिसमें एसपी जुगराज सिंह सहित कई पुलिस कर्मी जख्मी हो गए थे।
अमृतपाल के साथियों पर से हटाया गया NSA
बीते दिनों, डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह के सात साथियों को पुलिस अमृतसर ले आई थी। अभी अमृतपाल सिंह और पप्पलप्रीत सिंह डिब्रूगढ़ जेल में ही रहेंगे। इनमें भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके, दलजीत सिंह कलसी, बसंत सिंह,
गुरमीत सिंह, जीत सिंह, हरजीत सिंह और विक्रमजीत सिंह शामिल है। इन लोगों पर पंजाब सरकार द्वारा लगाया गया एनएसए खत्म कर दिया गया है। थाना अजनाला की पुलिस इन्हें यहां लाकर पूछताछ करेगी।
23 फरवरी 2023 को किया था अजनाला थाने पर हमला
उल्लेखनीय है कि 23 फरवरी 2023 को थाना अजनाला में खालिस्तानी समर्थक व सांसद अमृतपाल सिंह ने अपने साथी को छुड़वाने के लिए हमला कर दिया था। इस हमले में एसपी जुगराज सिंह, एएसआई जतिंदर सिंह, पुलिस होमगार्ड का जवान सुरजीत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया था।