गढ़शंकर, 2 अक्तूबर: नेत्रदान संस्था नवांशहर के जनरल सेक्रेटरी रतन कुमार जैन ने बताया कि मोहिंदर सिंह गिल सुपुत्र गुलजारा सिंह निवासी, वार्ड नंबर 5 गढ़शंकर का संक्षिप्त बीमारी के पश्चात देहांत हो गया था। उसके बाद मृतक के बेटे कुलवंत सिंह गिल निवासी ऑस्ट्रेलिया ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ विचार-विमर्श करके अपने पिता महेंद्र सिंह गिल के मरणोपरांत नेत्रदान करवाने का फैसला लिया ताकि इन नेत्रों से दो अंधेरा जीवन जी रहे व्यक्तियों के जीवन में रोशनी आ सके। पारिवारिक सहमति के बाद, अमृतपाल सिंह अरोड़ा के माध्यम से नेत्रदान संस्था नवांशहर के जनरल सेक्रेटरी रतन कुमार जैन से संपर्क किया। नेत्रदान संस्था नवांशहर के प्रधान डॉ जे डी वर्मा की अगुवाई में संस्था के सदस्यों ने मृतक के नेत्र प्राप्त किए। इस मौके पर संस्था के प्रधान डॉ जे डी वर्मा एवं जनरल सेक्रेटरी रतन कुमार जैन ने समाज सेवा के कार्य में सहयोग देने के लिए मृतक के परिवार का आभार प्रकट किया। रतन जैन ने बताया कि आज 557 वें नेत्रदानी के नेत्र प्राप्त हुए हैं। इन नेत्रों को पुनरजोत आई बैंक सोसायटी लुधियाना भेज दिया गया है जहां यह नेत्र दो जरूरतमंदों को लगा दिया जाएंगे। इस मौके पर नेत्रदान संस्था के उप प्रधान जोगा सिंह साधड़ा,कोषाध्यक्ष मास्टर हुसन लाल के अतिरिक्त पारिवारिक सदस्यों में अमृत पाल कौर (पत्नी), कुलवंत सिंह गिल(बेटा), तरनवीर कौर दयाल (बेटी), राजविंदर सिंह दयाल (दामाद), हरपाल सिंह, परमिंदर सिंह, चरनप्रीत सिंह एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
गढ़शंकर निवासी मोहिंदर सिंह गिल के हुए मरणोपरांत नेत्रदान
Oct 02, 2024