गढ़शंकर: कोरोना महामारी को लेकर तय नियमों की उलंघना का मामला कल सिंबली स्कूल में साहमने आया तो आज सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो व फोटो में बंगा रोड़ पर स्थित सन सकैन सैंटर में कोविड नियमों की धज्जियां उड़ाने का मामला साहमने आया। जिसमें कई मरीजों के ईलावा काऊटर पर पर्ची बना रही अस्पताल की महिला कर्मचारी विना मासक और विना सौशल डिस्टेंस पहने बैठी दिखाई दे रही है। कई मरीज भी विना मासक व सोशल के डिस्टैंस के बैठे और खड़े दिखाई दे रहै है। इस तरह जव स्कूल निजी अस्पतालों को कोरोना से लडऩे के लिए शरेआम लापरवाही की घटनाएं साहमने आ रही है तो प्रशासन व सरकार दुारा तय नियमों की पोल ख्ुालती भी नजर आ रही है। सरकार दुारा तय नियमों को लागू करवाने में प्रशासन को कड़ाई से काम लेना होगा। अन्यथा कोरोना के शिकार लोगो की गिणती रोकनी मुशकिल है। सोशल मीडिया पर वीडियो व फोटो वायरल कर कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाने की बात उठाने वाले युवक बलविंदर सिंह ने कहा कि वहां पर मौजूद डाकटर से जव मैने कहा कि मासक स्टाफ व मरीजों ने मासक नहीं पहना हुया तो वहां पर मौजूद एक डाकटर ने कहा कि मासक तो मैं भी नहीं पहनता।
सन सकैन सैंटर के मालिक डा. जावेद आलम ने संपर्क करने पहले तो साफ कह दिया कि नियमों की पूरी पालना की जाती है और सभी को मासक पहनने अनिवार्य है और सोशाल डिसटेंस लागू किया गया। जव वीडियों व फोटो वायरल होने की बात कही तो बदल गए और कहने लगे कोताही तो हुई है जव वीडियो वायरल हुई है गलती है मैने नई लडक़ी को काम पर रखा था उसे बाद में समझाया भी। मैं खुद मासक पहनता हूं और मरीजों को अंदर आने से पहले मासक पहनना अनिवार्य किया हुया है।