,सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में जाती जनगणना साबित होगा एक क्रांतिकारी कदम : खन्ना
होशियारपुर 1 मई । पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना ने मोदी सरकार के जाती जनगणना के फैसले का स्वागत करते हुए इसे मोदी सरकार का ऐतिहासिक फैसला करार दिया है। खन्ना ने कहा कि मोदी सरकार ने जो आगामी जनगणना में जाति गणना को शामिल करने का फैसा लिया है वह इस बात का प्रमाण है कि मोदी सरकार देश और समाज के सर्वोत्तम हितों और मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध है। खन्ना ने केंद्र सरकार का यह कदम जहाँ सामाजिक और आर्थिक समानता को बढ़ावा देगा वहीँ नीति निर्माण में पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि जाती जनगणना सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा। खन्ना ने कहा कि जातिगत आंकड़े सरकार को विभिन्न समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेंगे। इससे यह पता लगाया जा सकता है कि कौन सी जातियां शिक्षा, रोजगार, और स्वास्थ्य सेवाओं में सबसे ज्यादा वंचित हैं। इससे कल्याणकारी योजनाओं को और प्रभावी बनाया जा सकता है। इसके अलावा ओ.बी.सी. और अन्य वंचित समुदायों की सटीक जनसंख्या के अभाव में, आरक्षण नीतियों को लागू करना और संसाधनों का उचित वितरण करना मुश्किल रहा है। जातिगत गणना के नए आंकड़े आरक्षण की सीमा और वितरण को और पारदर्शी बना बनाएंगे । जातिगत जनगणना से उन समुदायों की पहचान हो सकेगी जो ऐतिहासिक रूप से हाशिए पर रहे हैं। जातिगत डेटा सामाजिक असमानताओं को उजागर करेगा, जिससे सरकार और समाज को इन मुद्दों को संबोधित करने का अवसर मिलेगा जिसके तहत अगर किसी विशेष जाति की आय या शिक्षा का स्तर राष्ट्रीय औसत से कम है तो इसे सुधारने के लिए नीतियां बनाई जा सकेंगी। खन्ना ने मोदी सरकार के जाती जनगणना के फैसले को देशवासियों के हित में कल्याणकारी फैसला बताते हुए इस फैसले का स्वागत किया।