गढ़शंकर। गांव पिपलीवाल में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का राधे राधे, जय श्री कृष्णा के जयघोषों से समापन हो गया और अगले वर्ष जून महीने श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन करने का उद्घोष कर दिया। कथा के सातों दिन श्रीमद् भागवत सुनने भक्तों का सैलाब कथा स्थल पर उमड़ता रहा और पिपलीवाल सहित पुरे बीनेवाल सहित पूरा इलाका भक्ति के रंग में रंगा रहा ।
अंतिम दिन भारी संख्या में बीत इलाके के इलावा गढ़शंकर, नंगल व माहिलपुर से भक्त सुनने पहुंचे। श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन श्री राधा कृष्ण मंडल , मां ज्वाला जागरण कमेटी व गांव पिपलीवाल के गांव वासियों द्वारा आयोजन किया गया। कथा दौरान बाबा बाल जी महाराज कोटला कलां वालो ने विशेष तौर पर पहुँच कर प्रवचन कर पहुंची संगत को भाव बिभौर कर दिया।
कथाव्यास पंडित जगमोहन दत्त शास्त्री जी ने सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिन सुदामा प्रसंग और परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाई। कथाव्यास पंडित जगमोहन दत्त शास्त्री ने अपनी कथा में बताया कि अत्यंत गरीब सुदामा अपनी पत्नी के आग्रह पर, मात्र मुट्ठी भर सूखे चावल लेकर अपने बालसखा द्वारकाधीश कृष्ण से मिलने द्वारका पहुंचे। द्वारपालों द्वारा रोके जाने पर जैसे ही कृष्ण को सुदामा के आने का पता चला वे नंगे पैर दौड़ते हुए महल से बाहर आए और अपने मित्र को गले लगा लिया। कृष्ण ने स्वयं अपने मित्र के चरण धोए और उन्हें सम्मानपूर्वक अपने पास बिठाया।
उन्होंने कहा कि सुदामा संकोचवश अपनी दरिद्रता बता नहीं पाए लेकिन कृष्ण ने उनकी पोटली से सूखे चावल निकालकर बड़े चाव से खाए। सुदामा ने कुछ मांगा नहीं और कृष्ण ने भी कुछ नहीं दिया। लेकिन जब सुदामा वापस अपने गांव लौटे तो उनकी झोपड़ी की जगह एक भव्य महल खड़ा था। उन्हीनों कहा कि भगवान कृष्ण ने बिना मांगे ही अपने मित्र सुदामा को दो लोकों का ऐश्वर्य प्रदान किया।
कथा समापन के दौरान पंडित जगमोहन दत्त शास्त्री जी ने भक्तों को भागवत को अपने जीवन में उतारने की बात कही, जिससे सभी लोग धर्म की ओर अग्रसर हो। उन्हीनों कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का सात दिनों तक श्रवण करने से जीवन का उद्धार हो जाता है तो वहीं इसे कराने वाले भी पुण्य के भागी होते है।
इस दौरान आयोजक नम्बरदार जयराम, बिंदु भूंबला, पिंका भूंबला, सुरेश शशि फौजी , बलविंदर बिंदु जिंदल ,सुरेश पंच, सरवन जिंदल , परमजीत जिंदल, दर्शन लाल जिंदल , दर्शन भूंबला, मास्टर दिलबाग राय , कमल कटारिया ,राज कुमार भारद्वाज ,कुलदीप जिंदल , कमलजीत बिट्टू ,संजू किसाना ,पम्मी फौजी, कोकी भूंबला, अशोक जिंदल , अशोक लुधियाना,सोढ़ी रतनपुर, संजीव कटारिया, अंकित किसाना, मनोज वेदी, मनी नागलां ,भजन लाल, सुरिंदर भोला , राजू , बिक्कर जिंदल, दर्शन जिंदल सहित समूह संगत मौजूद थी।
फोटो : पंडित जगमोहन दत्त शास्त्री जी श्रीमद भागवत कथा करते हुए और गणमान्य को सम्मानित करते हुए आयोजक तथा इस दौरान उपस्थित संगत।