स्कूल प्रबंधन समितियों में राजनीतिक हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं – गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन
गढ़शंकर। गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन की इकाई गढ़शंकर – 2 की एक महत्वपूर्ण बैठक शहीद भगत सिंह पार्क में ब्लॉक अध्यक्ष अश्वनी राणा, महासचिव परमिंदर पखोवाल, जिला कमेटी के सदस्य राज कुमार की अध्यक्षता में हुई।
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रेस सचिव नितिन सुमन ने बताया कि मौजूदा पंजाब सरकार स्कूल प्रबंधन समितियों में अपने चहेते राजनेताओं को खुश करने के लिए स्कूलों में हस्तक्षेप कर रही है। जिससे अध्यापक वर्ग में भारी निराशा है। उन्होंने आगे कहा कि संबंधित गांवों के चुने हुए जनप्रतिनिधियों और शिक्षा विशेषज्ञों को समिति में शामिल न करके सरकार अपने चहेते राजनेताओं को समिति में शामिल करके स्कूलों को राजनीतिक अखाड़ा बनाना चाहती है, जो बर्दाश्त करने लायक नहीं है।
जिला कमेटी सदस्य नरेश कुमार ने कहा कि अगर एक गांव के बाहर के व्यक्ति को कई स्कूलों का सदस्य बनाया जाएगा तो अध्यापक को उनके हस्ताक्षर लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि अध्यापक वर्ग पहले से ही गैर-शैक्षणिक कार्यों और अनावश्यक पदों पर आसीन है। यूनियन सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा करता है। इस दौरान बिभिन्न नेताओं ने पंजाब सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द इस फैसले को वापस लिया जाए, अन्यथा आने वाले समय में गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन पंजाब सरकार के खिलाफ तीखा संघर्ष करेगी। इस अवसर पर पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष कमेटी गढ़शंकर इकाई के अध्यक्ष सतपाल मिन्हास, पूर्व अध्यक्ष शमसुंदर कपूर, संदीप बडेसरों, नरेश कुमार, सुरिंदर कुमार, जसवीर बस्सी, जरनैल सिंह, भाग सिंह, हरपाल सिंह आदि उपस्थित थे।
फोटो : गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन की इकाई गढ़शंकर – 2 की बैठक दौरान ब्लॉक अध्यक्ष अश्वनी राणा, महासचिव परमिंदर पखोवाल, जिला कमेटी के सदस्य राज कुमार व अन्य।