नई दिल्ली. पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल से ठीक पहले विनेश फोगाट के डिसक्वालीफाई होने से सारा देश स्तब्ध है. जिस खिलाड़ी ने एक दिन पहले अपने तीनों मैच जीते, उसे दूसरे दिन सिर्फ इसलिए मुकाबले मे नहीं उतरने दिया गया क्योंकि उसका वजन 100 ग्राम बढ़ गया था. भारत ही नहीं, अमेरिका में भी इस नियम के खिलाफ आवाज उठ रही है. लंदन ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले रेसलर जॉर्डन बरोज ने बरोज ना सिर्फ विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल देने की मांग की है, बल्कि कम से कम 5 नियम बदलने की अपील की है. जॉर्डन छह बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुके हैं.
भारत की बात करें तो सिर्फ खेलप्रेमियों से लेकर सरकार तक विनेश फोगाट के डिसक्वालीफाई से निराश है. खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में कहा कि विनेश के लिए हर जरूरी कार्रवाई की गई है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विनेश को चैंपियन बताया.
अमेरिका के रेसलर जॉर्डन बरोज ने अंतराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ (UWW) से नियम बदलने की मांग की है. जॉर्डन ने इसके लिए 5 बदलाव सुझाए. उन्होंने कहा कि रेसलर को एक दिन बाद एक किलो वजन की छूट देनी चाहिए. वजन करने का समय सुबह 8.30 से बढ़ाकर 10.30 कर देना चाहिए. जॉर्डन ने जो 5 बदलाव की मांग की है, उनमें से एक यह है कि विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल देना चाहिए.