एएम नाथ/ अजायब सिंह बोपाराय । शिमला : हिमाचल में तीन दिनों से चल रहे सियासी हलचल का पटाक्षेप हो गया है। हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू साथ नजर आए। दोनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट एलान किया कि लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे । इस दौरान 6 सदस्यों की को-ऑर्डिनेशन बनाने का भी ऐलान किया गया।
कांग्रेस के संकटमोचक माने जाने वाले कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पार्टी और विधायकों के बीच सारे मतभेद सुलझा लिए गए हैं। सुक्खू सीएम बने रहेंगे। ऑपरेशन लोटस फेल हो गया है। हमारे लिए अब लोकसभा चुनाव प्राथमिकता है। हम सरकार और पार्टी संगठन में समन्वय समिति बना रहे हैं। इसका एलान दिल्ली से किया जाएगा। सभी एकजुट हैं।
‘राज्यसभा चुनाव रिजल्ट पर अफसोस’ : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जो राज्यसभा का चुनाव हुआ, पार्टी को अफसोस है कि पार्टी ने एक सीट खो दी। सारे विधायकों से सहमति बनी है।आगे से एक होकर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा, ”कॉर्डिनेशन कमिटी बनाई जाएगी। जिसमें 6 लोग होंगे। सीएम, डिप्टी सीएम, पीसीसी अध्यक्ष और तीन अन्य लोग होंगे। इनका काम होगा आपस में सहमति बनाना। कोई बयानबाजी नहीं करेगा। यहां बीजेपी का ऑपरेशन लोटस नहीं चलेगा।
राज्यसभा में मिली हार पर हमें दुख- हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की प्रमुख प्रतिभा सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव हमारी अगली चुनौती है। राज्यसभा में मिली हार पर हमें दुख है।पार्टी पहले भी मजबूत थी और आज भी मजबूत है। हिमाचल की चारों लोकसभा सीट जीतेंगे। हम तालमेल चाहते हैं। समन्वय समिति में वरिष्ठ लोग होंगे।
साजिश थी इस्तीफे की खबर : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीजेपी पर वार किया। उन्होंने कहा, ”बीजेपी किस बहुमत की बात कर रही है। षड्यंत्र के तहत मेरे इस्तीफे की झूठी खबर फैलाई गई। बागी विधायक हिमाचल की जनता का सामना नहीं कर पाएंगे.। हमारी सरकार पांच साल चलेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी ओछी राजनीति कर रही है। सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। जनता जवाब देगी। बागियों की गलती माफ की जा सकती है. वो कांग्रेस में आना चाहें तो स्वागत है मेरी कमी रही कि मैं शराफत में रह गया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने भी कहा कि उनकी सरकार कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने दावा किया कि इस्तीफे की खबर के पीछे एक साजिश थी। उन्होंने कहा, ‘राज्यसभा चुनाव के बाद जो हुआ उसके बाद अटकलें लगने लगी की हिमाचल प्रदेश की सरकार गिरने वाली है। मेरे पास मेरे ही इस्तीफे की खबर आ गई, यह एक षडयंत्र के तहत खबर चल रही थी ताकि वोटिंग के समय हमारी संख्या कम हो जाए। मैं पूछता हूं भाजपा किस बहुमत की बात कर रही है? मार्शल के साथ 15 विधायकों ने दुर्व्यवहार किया जिसके लिए उन्हें निष्कासित किया गया। 9 विधायक जो थे उन्हें तो किसी ने निष्कासित नहीं किया था, तो वे अंदर क्यों नहीं आए थे। हमने ईमानदारी से सरकार चलाई है। हिमाचल प्रदेश में हमारी सरकार निश्चित तौर पर चलेगी ।