वोट चोरी पर राहुल गांधी का धमाकाः चुनाव अधिकारी ने स्पष्टीकरण मांगा, फौरन जवाब मिला

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नई दिल्ली : वोट चोरी पर नेता विपक्ष राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फेंस चल रही थी तो उसी दौरान उनसे एक चुनाव अधिकारी ने स्पष्टीकरण मांग लिया। कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने गुरुवार को राहुल गांधी को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने निर्वाचन आयोग (ईसी) पर बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव चोरी करने के आरोपों के संबंध में जानकारी मांगी।

कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राहुल गांधी से हटाए गए मतदाताओं और अनधिकृत रूप से जोड़े गए मतदाताओं के नाम हस्ताक्षरित एफिडेविट के साथ साझा करने को कहा।राहुल गांधी ने 2024 के आम चुनावों में कर्नाटक की एक लोकसभा सीट के डेटा विश्लेषण का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग बीजेपी के साथ मिलकर “चुनाव चोरी” कर रहा है और इसे संविधान के खिलाफ “अपराध” करार दिया। राहुल गांधी ने दावा किया कि एक निर्वाचन क्षेत्र में 1,00,250 वोटों की “वोट चोरी” हुई, जिसमें एक विधानसभा क्षेत्र में 11,965 डुप्लिकेट मतदाता, 40,009 मतदाता फर्जी और अमान्य पतों के साथ, 10,452 बल्क मतदाता या सिंगल पते वाले मतदाता, 4,132 अमान्य फोटो वाले मतदाता और 33,692 मतदाता जो नए मतदाताओं के फॉर्म 6 का दुरुपयोग कर रहे थे।कर्नाटक के सीईओ ने राहुल गांधी से पत्र के भेजे गए हलफनामे पर हस्ताक्षर कर वापस करने और आवश्यक कार्यवाही शुरू करने के लिए मतदाताओं के नाम साझा करने को कहा। पत्र में लिखा था, “यह समझा जाता है कि आज आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आपने मतदाता सूची में अनधिकृत मतदाताओं को शामिल करने और पात्र मतदाताओं को हटाने के बारे में उल्लेख किया था…”।एक न्यूज एजेंसी ने पत्र के हवाले से कहा, “…यह समझा जाता है कि आज (गुरुवार) आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आपने मतदाता सूची में अनधिकृत मतदाताओं को शामिल करने और पात्र मतदाताओं को हटाने के बारे में उल्लेख किया था, जैसा कि पैरा 3 में उल्लेखित है। कृपया संलग्न शपथपत्र पर हस्ताक्षर कर वापस करें, जो कि पंजीकरण ऑफ इलेक्टर्स नियम, 1960 के नियम 20(3)(ब) के तहत है, साथ ही ऐसे मतदाता(ओं) के नाम(नों) के साथ ताकि आवश्यक कार्यवाही शुरू की जा सके…”

राहुल गांधी का जवाब

निर्वाचन आयोग की प्रतिक्रिया पर लोकसभा में सांसद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैं एक राजनेता हूँ। मैं जो लोगों से कहता हूँ, वह मेरा वचन है। मैं इसे सार्वजनिक रूप से सभी से कह रहा हूँ। इसे शपथ के रूप में लें। यह उनका डेटा है, और हम उनका डेटा प्रदर्शित कर रहे हैं।”

राहुल गांधी के हवाले से कहा, “यह हमारा डेटा नहीं है। यह निर्वाचन आयोग का डेटा है। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने जानकारी को नकारा नहीं है। उन्होंने यह नहीं कहा कि राहुल गांधी जिस मतदाता सूची की बात कर रहे हैं, वह गलत है। आप इसे गलत क्यों नहीं कहते? क्योंकि आप सत्य जानते हैं। आप जानते हैं कि हम जानते हैं कि आपने यह पूरे देश में किया है ।

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