ऊना : उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने आज सूखे की स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न विभागों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन किया। बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि गर्मियों में सामान्य से कम वर्षा होने के दृष्टिगत पेयजल की कमी व सुखे की स्थिति में पूरी तैयारी रखें तथा समय रहते उचित प्रब्बन्ध करना सुनिश्चित करें ताकि आपात स्थिति में बिना किसी विलंब सामना किया जा सके।
उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देश दिए कि नलकूपों/पंपिंग मशीनरी की आवश्यक मुरम्मत समय पर करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिला में पेयजल व्यवस्था सामान्य है तथा जरूरत पड़ने पर जिला ऊना में स्थापित मशीनरी हालात से निपटने के लिए सक्षम है।
डीसी ने कहा कि जिला ऊना का लगभग 6200 हेक्टेयर क्षेत्र बागवानी में आता है। जिला के बागवानों को फसल बीमा योजना के बारे में जागरुक करने के लिए अभियान चलाया गया है, ताकि बीमा योजाना का लाभ लेकर किसान सूखे अथवा अन्य प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान की भरपाई कर सकें। उन्होंने बागवानी विभाग को निर्देश दिए कि वह बागवानों से मलचिंग करवाना सुनिश्चित करवाएं।
उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा कि रवी की फसलों में जिला के 35700 हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं, जबकि 1950 हेक्टेयर में सब्जी उत्पादन किया जाता है। इसके अलावा फसल बीमा योजना के तहत जिला की मुख्य फसलों गेहूं तथा आलू शामिल है, जिससे किसानों को राहत मिलेगी। जबकि विभिन्न प्रोत्साहन योजनाओं के अन्तर्गत भी किसानों को राहत देने का प्रावधान है।
डीसी ने कृषि विभाग के विशेषज्ञों के माध्यम से नियमित अंतराल पर मृदा जांच तथा भूमि में नमी की जांच करते रहने के निर्देश दिए ताकि किसी अप्रत्याशित स्थिति पर किसानों को आवश्यक सुझाव दिए जा सकें। उन्होंने विभाग के फील्ड अधिकारियों के माध्यम से किसानों को सरकारी योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये।
बैठक में एडीसी डाॅ अमित कुमार शर्मा, उप निदेशक बागवानी अशोक धीमान, उप निदेशक कृषि डाॅ अशोक कुमार, डीएफएससी राजीव शर्मा, एक्सिन आईपीएच नरेश धीमान, डाॅ सुखदीप सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।