चंडीगढ़, चार अगस्त : अकाल तख्त ने सोमवार को पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस को सिखों की धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में पांच ‘सिंह साहिबान’ (उच्च सिख ग्रंथियों) के समक्ष छह अगस्त को पेश होने के लिए कहा।
बैंस को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में नौवें सिख गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत की 350वीं बरसी पर आयोजित एक कार्यक्रम में ”मनोरंजनात्मक प्रस्तुतियों” को लेकर तलब किया गया है।
इस संबंध में एक बयान में कहा गया कि विभिन्न ‘पंथिक’ और धार्मिक मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए छह अगस्त को अमृतसर स्थित अकाल तख्त साहिब सचिवालय में पांच ‘सिंह साहिबान’ की बैठक कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी।
अकाल तख्त सचिवालय के प्रभारी बगीचा सिंह ने बताया कि शिक्षा मंत्री को पेश होने के लिए ई-मेल भेजा गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि भाषा विभाग, पंजाब के निदेशक जसवंत सिंह को बाद में तलब किया जाएगा, क्योंकि वह एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने के लिए 12 अगस्त तक विदेश में हैं।
इससे पहले, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने गुरु तेग बहादुर की शहादत की बरसी पर श्रीनगर में पंजाब सरकार के भाषा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में गायन और नृत्य जैसी मनोरंजनात्मक प्रस्तुतियों पर कड़ा ऐतराज जताया था और इसे सिख धार्मिक मर्यादाओं का उल्लंघन बताया था।
शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस पहले ही कह चुके हैं कि वह अकाल तख्त के समक्ष पेश होंगे और हर आदेश का पालन करेंगे। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान आयोजकों की ओर से हुई चूक के लिए नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए क्षमा भी मांगी थी।