वरिंदर प्रताप सिंह । नंगल : वीरवार को पँजाब बोर्ड ने दसवीं कक्षा का नतीजा घोषित किया। जिसमें नंगल के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लड़कियां की दो लड़कियां ने मैरिट में 15 व 16 स्थान हासिल किया। इसके बारे में जानकारी देते हुए सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लड़कियों की प्रिंसिपल मैडम विजय बंगला ने बताया कि दसवीं कक्षा की अन्वी गौतम व नवजोत ने मैरिट में स्थान हासिल कर स्कूल का नंगल शहर और अपने माता पिता का नाम रोशन किया है। वह दोनों छात्राओं को उनके माता पिता और उनके अधयापकों को बधाई देती हैं। स्कूल की छात्रा अन्वी गौतम ने 650 में से 631 अंक हासिल कर 15 वां और नवजोत ने 630 अंक हासिल कर 16 वां स्थान हासिल किया।
अन्वी बनना चाहती है आर्मी अफसर : अन्वी गौतम आगे चल कर आर्मी अफसर बनना चाहती है। अन्वी ने 650 में से 631 अंक प्राप्त किए। अन्वी के पिता पंकज गौतम शिक्षा विभाग में नौकरी करते हैं और उसकी माता हाउस वाइफ है। अन्वी के पिता पंकज ने बताया के अन्वी शुरू से पड़ने में होशियार है। आज उसने जो भी अंक हासिल किए हैं वह उसने अपनी मेहनत व लग्न से हासिल किए है। क्योंकि अन्वी ने आज तक कोई ट्यूशन नहीं ली है। अन्वी स्कूल जाने के इलावा घर में 7,8 घण्टे पड़ती थी। अन्वी ने कहा के वह अपनी इस सफलता से बहुत खुश है। वह इसका श्रेय अपने माता पिता और अध्यापकों को देना चाहती है। अन्वी ने कहा के वह आगे चल कर सेना में अफसर बनना चाहती है। अभी वह 11वीं में नॉन मेडिकल कर रही है।
नवजोत का उद्देश्य हे जज बनना : किसी ने सच कहा है के परिस्थितयाँ कैसी भी हो,मेहनत से बड़ी से बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है। नवजोत ने यह कथन सच साबित किया है। नवजोत जो आगे चल कर जज बनना चाहती है। उसने दसवीं के नतीजों में 650 में से 630 अंक हासिल कर मैरिट में 16 स्थान हासिल किया। नवजोत के पिता गुरनाम सिंह व माता निशि ने बताया के नवजोत बहुत मेहनती है। वह घर आकर 8 घण्टे पढ़ाई करती है। नवजोत के पिता गुरनाम सिंह ने बताया के वह खुद टैक्सी ड्राइव करते है और उनकी पत्नी कौंसिल में दर्ज चार (स्वीपर)मुलाजम है। वह आज बहुत खुश है के नवजोत ने उनका नाम रोशन किया है। नवजोत ने बताया के वह अपनी कामयाबी का श्रेय भगवान,माता पिता और अपने अध्यापकों को देना चाहती है। वह आगे चल कर जज बनना चाहती है। अभी वह नॉन मेडिकल की पढ़ाई कर रही है।