राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए संवैधानिक रेखा खींचने का आह्वान
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा : पंजाब के पूर्व मुख्य सचिव सेवा, कौशल ने कहा कि अवैध मतदाता पीड़ित नहीं, बल्कि उल्लंघनकर्ता हैं, जो वास्तविक नागरिकों की राजनीतिक शक्ति को कमजोर करते हैं और राष्ट्रीय सहमति तथा लोकतांत्रिक चयन की मूल भावना का उपहास उड़ाते हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि अब समय आ गया है कि एक साहसिक संवैधानिक रेखा खींची जाए—सभी मनुष्यों को गरिमा का अधिकार है, लेकिन केवल नागरिकों को ही राष्ट्र के भविष्य का निर्णय करने का अधिकार होना चाहिए।
कौशल ने आह्वान किया कि भारत को अपने संकल्प में अडिग, तरीकों में न्यायपूर्ण और लोकतंत्र की रक्षा में निडर होकर आगे बढ़ना होगा, ताकि राष्ट्रीय संप्रभुता और लोकतांत्रिक मूल्यों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
