अमृतसर : मजीठा में स्थित सरकारी स्कूल की छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करने वाले शिक्षक पर एमएलए गनीव कौर मजीठिया ने सीएम भगवंत मान को कारवाई की मांग करते हुए पत्र लिखा हैं। उन्होंने इसमें लिखा कि आप नेता मामले को दबाने और समझौते के लिए परिवार पर दबाव बना रहे हैं।
गनीव कौर मजीठिया ने कहा कि पीड़िता की शिकायत पर मजीठा पुलिस थाने में 3 जनवरी 2024 को शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। मामला दर्ज हुए 24 दिन से अधिक समय बीत जाने के बावजूद शिक्षक को अभी तक गिरफ्तार नही किया गया है।
अब तक गिरफ्तारी नहीं
अकाली नेता ने कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान शिक्षक की स्कूल में डयूटी करने के दौरान उसकी नापाक गतिविधियों के बारे में पता लगाने का कोई प्रयास नही किया , जबकि पीडित परिवार पर मामले में समझौत करने का दबाव डाला गया। उन्होने कहा कि शिक्षक को बचाया जा रहा है, जा रहा है।
प्रभावी कदम उठाने की मांग मजीठिया ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि राज्य शिक्षा विभाग ने युवा लड़कियों और उनके माता-पिता को निराश कर दिया है। मामले के तथ्यों का पता लगाने और स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए विभाग के किसी भी अधिकारी ने अभी तक स्कूल का दौरा नही किया है। उन्होने कहा कि इसके कारण छात्राओं और उनके माता-पिता के बीच डर की स्पष्ट भावना है, ये सभी समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों से हैं और कुछ अनुसूचित जाति से भी हैं।
स्कूल में 30 से 40 बच्चे, एक भी महिला शिक्षक नहीं I मजीठिया ने यह भी खुलासा किया कि स्कूल में 30-40 बच्चे हैं, जिनमें 8-10 लड़कियां हैं, हालांकि स्कूल में कोई महिला शिक्षक नही है। उन्होने कहा कि स्कूल की कुल लड़कियों में से 3-4 लड़कियां सात से ग्यारह साल की हैं, तथा अन्य बेहद छोटी हैं।
स्कूल परिसर का सीसीटीवी नहीं कर रहा है काम : अकाली नेता ने कहा कि स्कूल परिसर में सीसीटीवी कैमरा काफी समय से काम नही कर रहा है और शिक्षा विभाग द्वारा इसे ठीक करने का कोई प्रयास नही किया गया है।
इससे पता चलता है कि कैमरे बंद रखने के पीछे कोई गलत मकसद था।
माता-पिता की मदद करना हमारा कर्तव्य : मजीठा विधायक ने मुख्यमंत्री से कहा कि यह तय करना उनका काम है कि शिक्षा मंत्री द्वारा पीड़ितों से मिलकर उनकी स्थिति को समझकर छोटी लड़कियों की रक्षा करना और गरीब माता-पिता की मदद करना उनका कर्तव्य है जो न्याय पाने के लिए दर-दर भटकर रहे हैं।
विधायक ने कहा कि हम बड़े पैमाने पर समाज को क्या संदेश दे रहे हैं कि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले समाज के गरीब तबके के छात्रों का यौन शोषण हो सकता है और पीड़ितों को न्याय नही मिलेगा'? यह निश्चित रूप से दिल्ली मांडल नही है जिसे आप पंजाब में लागू करना चाहते हैं।
डर का माहौल को खत्म करना होगा
मजीठिया ने कहा कि स्कूल जाने वाली लड़कियों के
मन में डर का माहौल को खत्म करना और उनके माता-पिता को भरोसा दिलाने के लिए सुधारात्मक कदम उठाने की जरूरत है कि सरकार उन्हे न्याय देगी।
शिक्षा में कोई बाधा नही आनी चाहिए
बीबा गनीव कौर ने यह भी कहा कि हमारी लड़कियों के सम्मान को हर कीमत पर संरक्षित किया जाना चाहिए और उनकी शिक्षा में कोई बाधा नही आनी चाहिए।
इस मामले को बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी उठाया था और वो स्कूल जाकर और पीड़ित के परिवार से भी मिले थे। मामले में अध्यापक को सस्पेंड कर दिया गया है लेकिन उसकी अब तक गिरफ्तारी नहीं की गई है।