नवांशहर। आंगनवाड़ी वर्कर्स यूनियन (सीटू) की जिला कार्यसमिति सदस्य जिला अध्यक्ष बलजीत कौर मल्लपुरी के नेतृत्व में डिप्टी कमिश्नर अंकुरजीत सिंह शहीद भगत सिंह नगर जी से मिलीं। जिला अध्यक्ष बलजीत कौर ने बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर्स के संबंध में केंद्र और पंजाब सरकार की नीतियों पर चर्चा हुई। आंगनवाड़ी वर्कर्स यूनियन सीटू 29 अगस्त से पूरे पंजाब में लगातार ऑनलाइन कामकाज ठप करके पंजाब सरकार के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखे हुए है। आईसीडीएस योजना को पचास साल पूरे हो गए हैं, एक तरफ यह योजना अपनी स्वर्ण जयंती मना रही है। वहीं दूसरी तरफ इसमें कार्यरत आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स आज भी अल्प मानदेय पर काम करने को मजबूर हैं। आंगनवाड़ी केंद्रों को पंजाब सरकार द्वारा समय पर फंड नहीं दिया जा रहा है।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार, पंजाब सरकार वर्कर्स और हेल्पर्स को ग्रेच्युटी लागू करने में देरी कर रही है । केंद्र सरकार द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों को पोषण ट्रैक के माध्यम से ट्रैक किया जाता है। केंद्र सरकार की नीति के अनुसार, प्रत्येक लाभार्थी को अपना ईकेवाईसी करते समय फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम से जोड़ना होता है। जिसके तहत काफी मेहनत के बाद भी अभी तक केवल 60% लोग ही जुड़ पाए हैं और 40% लोगों के इस लाभ से वंचित होने का खतरा है। जबकि भारत भुखमरी के मामले में 105वें नंबर पर है। संगठन की मांग है कि अगर सरकार इसे पारदर्शिता में लाना चाहती है, तो इसके लिए आसान तरीके भी अपनाए जा सकते हैं।
जिला महासचिव लखविंदर कौर नवांशहर ने कहा कि पोषण ट्रैकर ऐप की शुरुआत से जिस काम के लिए मोबाइल और इंटरनेट का खर्च देना था, उसके लिए पंजाब सरकार ने अभी तक मोबाइल नहीं खरीदे हैं। पंजाब की आंगनवाड़ी वर्कर अपने निजी मोबाइल का इस्तेमाल करके केंद्र सरकार की योजनाओं को चला रही हैं। आईसीडीएस योजना उस 50 वर्षीय शिक्षक की पहली योजना होगी, जिसने देश से कुपोषण, पोलियो, काली खांसी, तपेदिक जैसी बीमारियों को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई है। आज भी जच्चा-बच्चा की देखभाल में पूरी लगन से काम किया जा रहा है। इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को नीचे तक पहुंचाने में आंगनवाड़ी वर्कर हेल्पर अहम भूमिका निभाती हैं। इसके बाद भी विभाग की ओर से उन्हें क्या शाबाशी दी जानी चाहिए थी? एफआरएस न करने पर कारण बताओ नोटिस, फटकार पत्र और सेवाएं समाप्त करने की धमकियां दी जा रही हैं। बजट होने के बावजूद ब्लॉक के अधिकारी समय पर भत्ता नहीं दे रहे हैं। नवांशहर ब्लॉक में लंबे समय से अधिकारियों की कमी के कारण आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्परों को काम से जुड़ी सेवाओं में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। अगर इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वे बाल विकास परियोजना अधिकारी के कार्यालय के समक्ष धरना देकर संघर्ष करने को मजबूर होंगी। जिसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी। आज की बैठक में रजनी बाला सुरिंदर कौर रक्कड़ कमलजीत कौर संगीता सुखविंदर कौर बलजीत कौर परमजीत कौर रेवले कौर बलविंदर कौर कुलविंदर कौर शामिल हुईं।