पीलीभीत के पूरनपुर के होटल हर जी के सीसीटीवी फुटेज में खालिस्तान समर्थक तीन आतंकियों के साथ दिखे दो अन्य युवकों की पहचान भी हो गई है। दोनों युवक गजरौला जपती गांव के रहने वाले हैं।
पुलिस ने बुधवार शाम दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया। दोनों से पूछताछ की जा रही है। माना जा रहा है कि पूछताछ के बाद युवकों से अहम जानकारी मिल सकती है।
23 दिसंबर को हुई मुठभेड़ में उत्तर प्रदेश और पंजाब पुलिस ने खालिस्तान समर्थक संगठन केजेडएफ से जुड़े आतंकियों पंजाब के गुरदासपुर के कलानौर थाने के शबूर खुर्द निवासी प्रताप सिंह उर्फ जसनप्रीत सिंह, अगवान निवासी वरिंदर सिंह उर्फ रवि और बाडियार मोहल्ला निवासी गुरविंदर सिंह को मार गिराया था। इसके बाद से ही पुलिस और जांच एजेंसियां आतंकियों के स्थानीय मददगारों और ठिकानों की तलाश में जुटी हैं।
21 दिसंबर को किया चेक आउट
बुधवार को एसपी की अगुवाई में छानबीन के दौरान पता चला कि तीनों आतंकी 20 दिसंबर की शाम करीब आठ बजे होटल हरजी में आकर ठहरे। अगले दिन यानी 21 दिसंबर की रात 9:40 बजे होटल से चेक आउट किया था। पुलिस ने करीब दो घंटे होटल में जांच-पड़ताल की। होटल मैनेजर के पूछताछ की।
दोनों युवक हिरासत में
होटल के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। मुख्य गेट से आतंकियों के होटल में दाखिल होने की फुटेज पुलिस के हाथ लगी। इनके साथ फुटेज में दो अन्य युवक भी नजर आए। दोनों युवकों की पहचान कर ली गई। दोनों गजरौला जपती गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया है।
एसपी अविनाश पांडेय ने बताया कि होटल हरजी के मैनेजर को तीनों आतंकियों के आधार कार्ड उनके साथ आए संदिग्ध युवकों ने ही व्हाट्सएप पर भेजे थे। ऑनलाइन जांच में तीनों आधार कार्ड फर्जी पाए गए।
आधार कार्ड पर आतंकी वरिंदर को कुलदीप सिंह पुत्र बलजीत सिंह, प्रताप सिंह को हीरा सिंह पुत्र दलजीत सिंह और गुरविंदर सिंह को मंजीत सिंह पुत्र सुरजीत सिंह दर्शाया गया था। इसमें तीनों का निवास स्थान बलिया जिले की आदर्शनगर कॉलोनी लिखा गया था।