एएम नाथ। शिमला : हिमाचल प्रदेश में जल्दी आर्थिक जनगणना शुरू होगी। दस साल बाद होने वाली गणना में लोगों की आर्थिक स्थिति से संबंधित आंकड़े एकत्र किए जाएंगे। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की अध्यक्षता में इसके लिए राज्यस्तरीय समन्वय समिति की बैठक आज होने जा रही है।
इसमें आठवीं आर्थिक जनगणना की तैयारियों से संबंधी बैठक का आयोजन किया जाएगा। मुख्य सचिव ने इस बैठक में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को बुलाया है। दस साल बाद होने वाली इस जनगणना में लोगों की आर्थिक स्थिति कैसी है, यह जाना जाएगा।
इसमें परिवारों की आर्थिक स्थिति की जानकारी ली जाएगी। परिवार की जानकारी भरते समय इसमें 22 कॉलम रहेंगे। इस जनगणना में अलग-अलग समूह में 52 श्रेणियां तैयार की गई हैं। दुकान, फैक्टरी और सड़क किनारे ठेले लगाने वाले भी इस गणना में शामिल होंगे। इसमें खेती-बागवानी करने वालों से लेकर निजी कंपनी में नौकरी करने वालों का डेटा तैयार किया जाएगा। आर्थिक जनगणना देशभर में की जा रही है। इस पर हिमाचल प्रदेश में भी काम शुरू हो चुका है। आज बैठक में इसके लिए अगली कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
सरकारी योजनाओं को बनाने में उपयोगी होगी गणना : आर्थिक आधार पर की जाने वाली यह जनगणना सरकारी योजनाओं को बनाने में उपयोगी होगी। इससे नई योजनाओं और नीतियों को बेहतरीन तरीके से बनाया जा सकेगा। गरीब तबके पर इसे सरकारें कल्याणकारी योजनाओं के लिए अधिक फोकस कर पाएंगी।