एएम नाथ । शिमला : हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर में क्राइम ब्रांच (सीबीआई) की टीम ने छापा मारा। लगातार पांच घंटे चली जांच के बाद एक और बिचौलिए को गिरफ्तार किया गया।
सीबीआई ने ईडी के दफ्तर में सुबह 11 बजे फिर एक बाद दबिश दी है. यहां ईडी के खिलाफ रिश्वत की दो शिकायतें मिलने के बाद सीबीआई की टीम ने छापामार कार्रवाई की है. मामले की तकरीबन ढ़ाई करोड़ रुपए का बताया जा रहा है। अब एक बिचौलिए की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई राज खुल सकते हैं।
शिमला में ईडी दफ्तर फिर सीबीआई की टीम ने छापेमारी की है। सीबीआई टीम ने एक बिचौलिए को गिरफ्तार किया। मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी दो शिकायतों में ढाई करोड़ की रिश्वत मांगने के मामले में सीबीआई ने रविवार को ईडी शिमला कार्यालय में फिर दबिश दी थी। छानबीन के बाद मामले में एक और बिचौलिया गिरफ्तार किया गया है। बिचौलिए को चंडीगढ़ की CBI कोर्ट में पेश किया गया. जहां से उसे एक दिन के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया।
ईडी ऑफिस में पांच घंटे तक सीबीआई छानबीन कर वापस चंडीगढ़ आ गई है। शिमला से फरार रिश्वत मांगने का मुख्य आरोपी ईडी का सहायक निदेशक विशाल दीप सिंह अभी भी फरार है। उसे सस्पेंड किया गया है. साथ ही, शिमला ईडी दफ्तर का स्टाफ भी बदल गया है। चंडीगढ़ में तैनात एक संयुक्त निदेशक को हटाकर दिल्ली मुख्यालय में अटैच कर दिया गया।
शिमला से फरार रिश्वत मांगने का मुख्य आरोपी ईडी का सहायक निदेशक विशाल दीप सिंह अभी भी फरार है. उसे सस्पेंड कर दिया है। सीबीआई एक महीना पहले से शिमला में तैनात ईडी के सहायक निदेशक विशाल दीप सिंह के खिलाफ जांच में जुट गई थी । लेकिन कोई ठोस सुबूत न मिलने से कार्रवाई नहीं कर पा रही थी। बता दें कि, मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े दो मामलों में ढाई करोड़ की रिश्वत मांगने की शिकायत मिलते ही सीबीआई ने 24 दिसंबर को शिमला ईडी कार्यालय में छापा मारा था। इसी क्रम में यह दूसरा बार छापा मारा गया।