चंडीगढ़ । जाब और हरियाणा के बीच लंबे समय से चले आ रहे जल विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को एक वीडियो संदेश में स्पष्ट रूप से कहा है कि पंजाब हरियाणा को अपनी जल सीमा से बाहर कोई अतिरिक्त पानी नहीं देगा।
मुख्यमंत्री मान ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर जारी किए गए वीडियो में कहा, “हरियाणा अपनी पूरी हिस्सेदारी का पानी इस्तेमाल कर चुका है. अब पंजाब एक बूंद पानी भी अतिरिक्त नहीं देगा.”
उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर दबाव डालने का भी आरोप लगाया. एक्स पोस्ट में उन्होंने लिखा, “भाजपा की केंद्र सरकार की तरफ से पंजाब के पानी को लेकर एक और गंदी चाल चली जा रही है, हम इसे किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) के जरिए पंजाब पर दबाव बना रही है ताकि हरियाणा को अतिरिक्त पानी दिया जा सके. मान ने इस प्रयास को पंजाब के किसानों और नागरिकों के अधिकारों पर हमला बताया. उन्होंने अपने वीडियो मैसेज में कहा, “यह सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि इंसाफ की लड़ाई है. हमारे खेतों से, हमारी नदियों से, हमारी जनता से उनका हक छीना जा रहा है. पंजाब अपनी जीवनरेखा को नहीं सौंपेगा.”
यह बयान उस समय आया है जब हरियाणा सरकार बार-बार केंद्र से और पंजाब से अनुरोध कर रही है कि गर्मी और सूखे की वजह से राज्य में उत्पन्न पीने के पानी की किल्लत को दूर करने के लिए अतिरिक्त पानी दिया जाए. लेकिन पंजाब का तर्क है कि राज्य पहले से ही जल संकट से जूझ रहा है और यदि पानी का और बंटवारा हुआ तो किसानों की फसलें और आम नागरिकों की जल जरूरतें प्रभावित होंगी.
मुख्यमंत्री मान ने यह भी कहा कि बीबीएमबी का उपयोग करके पंजाब को धमकाने की कोशिश की जा रही है, जिसे राज्य किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा. उन्होंने पंजाब के लोगों से अपील की कि वे एकजुट होकर इस न्याय की लड़ाई में साथ खड़े हों।