एएम नाथ। मंडी : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक थार गाड़ी का 1 लाख रुपये से अधिक चालान काटने के मामले में नया मोड़ आया है। थार के मालिक ने एसएचओ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। थार मालिक थाना प्रभारी पर रंजिश निकालने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि थार गाड़ी की मॉडिफिकेशन पर 1 लाख का चालान किया गया था. उसके बाद यह चालान सुर्खियों में आ गया है।
भाजयुमो नेता थार मालिक ने सोमवार को एसपी दफ्तर में दस्तक देकर अपना पक्ष रखा। आरोप है कि व्यक्तिगत रंजिश के चलते थाना प्रभारी ने उनका इनता ज्यादा चालान काटा है. यहां तक कि इस रंजिश के चलते थाना प्रभारी की ओर से उसके रिश्तेदारों और दोस्तों को भी तंग किया जा रहा है और पकड़-पकड़ कर उनके भी चालान किए जा रहे है.थार मालिक चंद्रमणि ने एसपी मंडी साक्षी वर्मा को आप-बीती सुनाई.चंद्रमणि ने एसपी मेडम को बताया कि 5 दिंसबर 2024 को सुंदरनगर के धनोटू थाना के एसएचओ ने चालान काटा था. वायु प्रदूषण और गाड़ी दस्तावेज को लेकर 5500 रुपये के अलग से चालान के काटे गए हैं. कुल 1 लाख 5500 रुपये का चालान किया गया है।
चंद्रमणि ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस दिन उनकी गाड़ी का चालान किया गया है, उस दिन एसएचओ 2 घटे तक उसके घर के बाहर सड़क पर खड़े रहे. अपनी गाड़ी के उन्होंने केवल अलॉय ही मॉडिफाई कराए थे, जिसका 1 लाख रुपये का चालान किया गया है। थार मालिक ने कहा कि इलाके में मॉडिफाई गाड़ियां घूम रहीं है।
भाजयुमो नेता थार मालिक ने सोमवार को एसपी दफ्तर में दस्तक दी और अपना पक्ष रखा। चंद्रमणि ने बताया कि वह सुंदरनगर भाजुयमो जिला उपाध्यक्ष हैं और कुछ माह पहले उन्होंने नशा और खनन माफिया का मुद्दा उठाया था। इसके बाद से ही कांग्रेसी नेताओं के दबाव और व्यक्तिगत रंजिश के चलते गाड़ी के चालान कटना शुरू हुए। अभी तक उनकी गाड़ी के तीन माह के भीतर 1 लाख 15 हजार के चालान काटे जा चुके हैं। एसएचओ की ओर से जानबूझ कर समाज में उनकी छवि खराब की जा रही है। गाड़ी के सभी दस्तावेज उनके पास मौजूद हैं।
चंद्रमणी ने एसपी मंडी से इस पूरे मामले में हस्तक्षेप कर एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है। युवक ने कहा कि उनकी बेटी की नाटी काफी वायरल हुई है और अब उसे काफी ऑफर आ रहे हैं। लेकिन मेरी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि गाड़ी मालिक की शिकायत के आधार पर मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जांच में एसएचओ की गलती पाए जाने पर नियमों की तहत कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।