शिमला : हिमाचल प्रदेश में विश्वविख्यात पैराग्लाइडिंग साइट बीड़-बिलिंग से उड़ान भरने के बाद धर्मशाला के ऊपरी क्षेत्र त्रियुण्ड की पहाड़ियों में लापता हुई विदेशी महिला पैराग्लाइडर पायलट की मौत हो गई है। इस घटना के बाद महिला पायलट की डेड बॉडी को रेस्क्यू कर टांडा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम करवाया गया है। कनाडा की रहने वाली उक्त महिला पायलट का अंतिम संस्कार भी बीड़ में ही किया गया।
महिला पायलट के बॉय फ्रेंड ने बीड़ पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन से आग्रह किया है कि उनकी दोस्त मेगन का अंतिम संस्कार यहीं किया जाए। 27 वर्षीय कनाडाई पैरा पायलट का दुखद अंत हर किसी के लिए काफी कष्टदायक है। बीपीए के प्रतिनिधि एवं रेस्क्यू टीम के सदस्य सुरेश ठाकुर ने बताया कि उक्त महिला पायलट का अंतिम संस्कार दोपहर बाद बीड़ में ही किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह काफी दुखद है कि एक विदेशी महिला पायलट की हादसे में मौत हो गई।
गौरतलब है कि बीते रविवार को उड़ान भरने के बाद कनाडा की पायलट 27 वर्षीय मेगन एलिजाबेथ रॉबर्ट्स लापता हो गई थी। हालांकि बाद में उसके जीपीएस सिस्टम से पता चला कि वह धर्मशाला के ऊपरी क्षेत्र त्रियुण्ड की पहाड़ियों में कहीं फंस गई है। इसके बाद अगले दिन सोमवार को उनकी खोज के लिए एक निजी हेलीकॉप्टर की भी मदद ली गई लेकिन दुर्भाग्यवश उसकी मौत ही चुकी थी। बाद में रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पंहुची और उनकी डेड बॉडी को पहाड़ी से रिकवर किया। लापता महिला पायलट कनाडा की रहने वाली थी जिनका नाम सुश्री मेगन एलिजाबेथ रॉबर्ट्स है।
रेस्क्यू टीम के सदस्य राहुल सिंह को हेलिकॉप्टर के जरिये 19 अक्तूबर को सबसे पहले ऊंची चोटी पर उतारा गया था। इस दौरान राहुल रात को ही 27 वर्षीय कनाडाई महिला पैराग्लाइडर के शव तक पहुँचने में कामयाब रहे। हालांकि, वह अकेले शव को नहीं निकाल सकते थे और ऐसे में वहीं पर रात को रुके। माना जा रहा है कि महिला पायलट मेगन की मौत चोटिल होने और फिर कड़ाके की ठंड होने की वजह से चली गई। क्योंकि घटनास्थल समदंर तल से करीब 3900 की ऊंचाई पर स्थित था।
जानकारी के अनुसार मेगन ने रविवार प्रातः 9:45 बजे बीड़-बिलिंग पैराग्लाइडिंग स्थल से उड़ान भरी थी। इसके बाद वह लंबी दूरी तय करते हुए ऊपरी धर्मशाला (त्रियुंड) की धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं में लापता हो गई थी।
