कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने विदेशी नागरिकों के कनाडा में घर खरीदने पर प्रतिबंध लगा दिया है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 2021 के चुनाव अभियान के दौरान स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए प्रॉपर्टी को लेकर यह प्रस्ताव रखा था। कनाडा में बढ़ती कीमतों की वजह से कई लोगों की पहुंच से घर खरीदना बाहर हो चुका था और हालात यह थे कि कनाडा के मूल नागरिक जो घर पहले चार लाख डॉलर का खरीदते थे, वह उनको 10 लाख डॉलर से भी अधिक में मिल रहा है। स्थानीय लोगों को अधिक घर उपलब्ध कराने के मकसद से विदेशियों के घर खरीदने पर रोक लगा दी गई है।
थंडरबे में रियल इस्टेट का कारोबार करने वाले कुनाल कोहली का कहना है कि चीन और भारत के कई इलाकों से अरबों रुपये कनाडा के रियल इस्टेट में निवेश होने से घरों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। पीएम ट्रूडो की सरकार ने पहले ही काफी कदम उठाए थे लेकिन कारगर साबित न होने के कारण यह कदम दो साल के लिए उठाया गया है।
पहले घर पर ब्याज की दर 1.5 फीसदी प्रतिवर्ष थी लेकिन एक साल में ही छह फीसदी के आसपास कर दिया गया ताकि रियल इस्टेट और घरों की खरीद में गिरावट आ सके। इसके बाद यह भी तय किया गया था कि दूसरा घर खरीदने पर अधिक टैक्स देना होगा लेकिन यह जमीनी स्तर पर अधिक सफल नहीं हुआ। कनाडा के टोरंटो में रियल इस्टेट कंपनी चलाने वाले दीप संघा का कहना है कि ओंटारियो में घरों की कीमत काफी बढ़ गई थी। पश्चिमी एशिया से भारी संख्या में लोगों का कनाडा में निवेश व प्रवेश हुआ है। चीन के लोगों ने काफी पैसा निवेश किया है। इससे घरों की कीमतों में उछाल आया है। दीप संघा का कहना है कि यह फैसला उन लोगों पर लागू नहीं होगा जो कनाडा में पीआर ले चुके हैं या वर्क परमिट पर हैं।
कनाडा के ओंटारियो में रियल इस्टेट कारोबारी सुमित सिंह का कहना है कि सरकार का कदम सराहनीय है और इससे कम से कम उन लोगों को फायदा मिलेगा, जो मंहगा होने के कारण घर नहीं खरीद सकते थे। एक-दो साल में कनाडा में दाम दोगुना से अधिक हो गए थे, जिसे लेकर कनाडा के नागरिकों में रोष पैदा हो रहा था कि वह घर खरीद नहीं पा रहे हैं, इतना पैसा कहां से लाया जाए?