शिमला : दिल्ली में आज पूर्व विधायक राकेश कालिया को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने उन्हें पार्टी का पटका पहनाकर कांग्रेस में शामिल किया । इसी के साथ गगरेट विधानसभा उप चुनाव में अब राकेश कालिया को कांग्रेस का उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चाएं है। हमीरपुर लोकसभा सीट से आस्था अग्निहोत्री के नाम की चर्चा शुरू होने के साथ ही कांग्रेस ने जीत दर्ज करने के लिए अपनी विसात विछानी शुरू कर दी है। राजनीती के माहिर खिलाड़ी उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री अब हमीरपुर लोक सभा सीट पर चाणक्य नीती का जमकर उपयोग करते दिखाई दे सकते है । अक्सर भाजपा द्वारा दूसरी पार्टिया के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर बढ़त बनाने की कोशिश की जाती है। अब कांग्रेस की नजर भाजपा से भाजपा के नाराज़ नेताओं पर है जिसके चलते आने वाले दिनों में और नेता भी कांग्रेस के पाले में दिख सकते है। कांग्रेस ने रणनीति के तहत ही भाजपा को छोड़ चुके पूर्व विधायक राकेश कालिया को कांग्रेस में शामिल किया गया है।
लोक सभा सीट हमीरपुर के अंतर्गत पड़ते जिला ऊना के गगरेट विधानसभा से पूर्व विधायक राकेश कालिया की 18 महीने बाद कांग्रेस पार्टी में वापसी हो गई है। विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस का टिकट कटने पर पूर्व विधायक राकेश कालिया भाजपा में शामिल हो गए थे। उक्त चुनाव दौरान कांग्रेस ने युवा चैतन्य शर्मा को टिकट दिया था। चैतन्य शर्मा गगरेट से चुनाव जीत गए थे। इस सभी के चलते मार्च 2024 में हिमाचल में राज्यसभा की एक सीट के लिए चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद स्पीकर ने अन्य पांच विधायकों सहित चैतन्य शर्मा को अयोग्य ठहरा दिया था। जिसके बाद चैतन्य शर्मा सहित सभी 6 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। चैतन्य शर्मा के भाजपा में शामिल होने के तुरंत बाद राकेश कालिया ने छोड़ दिया था।
राकेश कालिया 2 बार चिंतपूर्णी और एक बार गगरेट विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। वह पूर्व कांग्रेस सरकार में मुख्य संसदीय सचिव भी रह चुके हैं और राकेश कालिया AICC के सचिव और मध्य प्रदेश में कांग्रेस सह प्रभारी भी रह चुके हैं।