शिमला : हिमाचल में कांग्रेस के 6 बागी विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी गई है। स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने कांग्रेस की याचिका पर ये फैसला सुनाया है। जिन विधायकों की सदस्यता रद्द की गई है, उनमें सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा, धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा, गगरेट के विधायक चैतन्य शर्मा, लाहौल स्पीति के विधायक रवि ठाकुर, बड़सर के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल और कुटलैहड़ के विधायक देवेंद्र भुट्टो शामिल हैं।
स्पीकर कुलदीप पठानिया ने दलबदल कानून के तहत ये फैसला सुनाया है और सभी को अयोग्य करार दिया। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा, ”विधानसभा में बजट पारित करने के समय ये विधायक मौजूद नहीं थे। मैनें उनको अयोग्य घोषित कर दिया है। ये विधायक किसी और पार्टी से जीतते हैं और किसी और विधायक को वोट करते हैं।
स्पीकर ने कहा, ‘सरकार को जनादेश मिला। जनता ने 5 साल के लिए सरकार चुनी और ये लोग आया राम, गया राम की पॉलिटिक्स कर रहे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। इन लोगों ने खुद एंटी डिफेक्शन लॉ को न्योता दिया।’
विधायकों के निष्कासन पर प्रतिभा सिंह ने कहा उनका नराज होना जायज : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि विधायकों के निष्कासन का लोकसभा चुनाव पर असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 14 महीने में विधायकों की बात नहीं सुनी गई। उनका नाराज होना जायज है। उन्होंने पार्टी ऑब्जर्वर को अपनी पूरी बात बताई है। अब देखना है कि हाईकमान क्या फैसला करती है।
विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कोर्ट जाएंगे : हम डरकर राजनीति नहीं करते। प्रदेश के हित में सरकार का जाना तय है। स्पीकर खुद डेढ़ घंटे सदन में नहीं आए। हमारी साइन की हुई हाजिरी भी लगी है। नोटिस भी केवल एक सदस्य को भेजा गया। हम इसे कोर्ट में चुनौती देंगे।