रोहित भदसाली। शिमला : क्या हिमाचल प्रदेश के आर्थिक सकंट का हरियाणा चुनाव में असर हुआ? क्या यह भी हरियाणा में कांग्रेस की हार की वजह थी? इसी पर हिमाचल प्रदेश के एक पत्रकार ने खबर लिखी तो उस पर सुक्खू सरकार ने केस दर्ज कर लिया. आरोप लगाया कि यह सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की गई. छोटा शिमला थाने में केस दर्ज किया गया. अब इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है.
सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने जो वायदे किए थे. वो पूरे नहीं किए. झूठी गारंटियां फेल हो गई. अगर पत्रकार उसे रिपोर्ट करते हैं तो मुकद्दमे करते हैं. अगर चुनाव की हार का कारण कांग्रेस की हिमाचल सरकार बनती है तो पत्रकारों पर केस दर्ज करती है. कांग्रेस का इतिहास रहा है. नेहरू-इंदिरा जी के जमाने से पत्रकारों को जेल में डाला जाता था. पत्रकारों पर केस दिखाते हैं कि सरकार हताश और निराश है.
दरअसल, शुक्रवार को देहरा पहुंचे जहां उन्होंने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हिमाचल प्रदेश की निर्माणाधीन साइट का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सुक्खू सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्य सरकार की वजह से सीयू के निर्माण कार्य में देरी हुई है.
कांग्रेस ने तो टॉयलेट सीट टैक्स लगाया था
उन्होंने कहा कि और कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की जनता को ठगा है, जिसका खमियाजा हिमाचल की जनता ने भुगतना पड़ा. जिसका नुकसान कांग्रेस को जम्मू कश्मीर और हरियाणा में भी हुआ. उन्होंने कहा कि लोग अब कांग्रेस में विश्वास नहीं करते हैं. कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सबसे पहले पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े उसके बाद बिजली पर सेस लगा दिया और बिजली के दाम उपभोक्ता से लेकर इंडस्ट्री तक बढ़ा दिए, मिल्क सेस लगा दिया और अब रही सही जो कसर थी टॉयलेट सीट टैक्स लगा दिया. उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोच मुक्त भारत करने के लिए 10 साल लगा दिए. अनुराग ने कहा कि 12 करोड़ शौचालय बनाकर स्वच्छता अभियान चलाया. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी से लेकर नरेंद्र मोदी तक जितना भी विकास हुआ है हिमाचल सरकार उसके विपरीत चल रही है.
शिमला के शख्स ने दी थी शिकायत : बता दें कि एक बेव पोटर्ल ने यह खबर चलाई थी कि हरियाणा चुनाव के दौरान भाजपा नेताओं ने हिमाचल के आर्थिक संकट के जरिये कांग्रेस को घेरा था और इसकी की वजह से कांग्रेस को वहां पर नुकसान हुआ और हार के कारणों में यह भी मुद्दा वजह बना. इस पर शिमला के एक शख्स ने छोटा शिमला थाने में शिकायत दी और फिर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया.