चंडीगढ़। संयुक्त किसान मोर्चा- राजनीतिक के किसान संगठनों के साथ तीन मार्च को चल रही बैठक बीच में ही छोड़कर जाने वाले मुख्यमंत्री भगवंत मान को एक बार फिर किसान संगठनों ने बैठक में आने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि रविवार को किसान भवन में किसान संगठनों की बैठक होगी जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत मान की कुर्सी भी लगाई जाएगी। किसान संगठनों का दावा कि मुख्यमंत्री हमारी मांगों पर चर्चा करके साबित करें कि ये मांगें केंद्र से संबंधित हैं, राज्य से नहीं।
पांच मार्च को चंडीगढ़ कूच करने का आह्वान सरकार ने दबा दिया था जिस कारण किसान संगठन मुख्यमंत्री से नाराज हैं। उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री यह कहकर गलतबयानी कर रहे हैं कि किसानों की मांगों का संबंध केंद्र सरकार से है, पंजाब से नहीं। भाकियू लक्खोवाल के प्रधान हरिंदर सिंह लक्खोवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस बैठक में शामिल होने का निमंत्रण है, वह आएं और हमसे मांगों पर चर्चा करें और साबित करें कि कोई भी मांग केंद्र से संबंधित है।
उन्होंने बताया कि कल किसान संगठनों के लिए जहां कुर्सियां लगाई जाएंगी, वहीं मुख्यमंत्री की भी अलग से कुर्सी लगाई जाएगी और उनसे कहा गया है कि वह आकर अपनी स्थिति स्पष्ट करें।
सीएम किसानों की बैठक से गए थे चले
रोचक बात यह है कि तीन मार्च को मुख्यमंत्री ने किसानों के साथ उनकी 18 मांगों को लेकर बैठक की थी परंतु आठ-नौ मांगों पर दो घंटे चर्चा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कह दिया था कि उन्हें अपनी आंख का इलाज करवाने के लिए डॉक्टर के पास जाना है।
उन्होंने किसानों से अपील भी की थी कि वे पांच मार्च को चंडीगढ़ कूच का प्रोग्राम रद कर दें क्योंकि बार-बार धरने लगाना पंजाब के हित में नहीं है। किसान संगठनों ने मुख्यमंत्री का यूं मीटिंग से उठकर जाने का बुरा मनाया। इन संगठनों ने पंद्रह मार्च को अपनी मांगों को लेकर फिर से बैठक चंडीगढ़ किसान भवन में रखी थी जो किन्हीं कारण से रद कर दी गई। अब यह बैठक रविवार को चंडीगढ़ में ही होगी। लक्खोवाल ने सभी किसान संगठनों से समय पर पहुंचने की अपील की।