प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के दौरान तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने भोजन-पानी की व्यवस्था की थी।
लेकिन एक वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया, जिसमें पुलिस कमिश्नरेट के एक दरोगा को श्रद्धालुओं के लिए बन रहे भोजन में बालू और राख डालते हुए देखा गया। यह घटना पुलिस विभाग के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गई है और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित दरोगा को निलंबित कर दिया।
सामाजिक संगठनों की पहल और दरोगा की हरकत
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और सड़कों पर लंबे जाम के कारण तीर्थयात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा। ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था की। सोरांव मलाक चतुरी गांव के निवासियों ने भी भंडारे की शुरुआत की थी, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु भोजन ग्रहण कर रहे थे।
पुलिस टीम जब भंडारे के पास पहुंची तो उन्होंने ग्रामीणों से इसे हटाने का निर्देश दिया, यह कहते हुए कि इससे जाम की स्थिति और खराब हो रही है। ग्रामीणों के इंकार पर सोरांव थाने के दरोगा ने तीन बड़े पतीलों में बन रहे भोजन में बालू और राख डाल दी, जिससे भोजन नष्ट हो गया। इस घटना को वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने मोबाइल में कैद कर लिया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और कार्रवाई
वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस विभाग ने तुरंत मामले का संज्ञान लिया। डीसीपी गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत ने संबंधित दरोगा को निलंबित कर दिया और विभागीय जांच के आदेश दिए।