गढ़शंकर: कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बार्डरों पर चल रहे अंदोलन के चलते किसान र्मोचे ने गावों में कृषि कानूनों की प्रतिया जलाने के आहावान पर बीत ईलाके के अड्डा झूगियां में विभिन्न संगठनों के कार्याकर्ताओं ने कृषि कानूनों को किसान मजदूर विरोधी कानून बताते हुए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई। इस दौरान केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ जमकर नारेवाजी की और कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की। इस समय विभिन्न व्क्ताओं ने बीत ईलाके में किसान विरोधी कृषि कानूनों के खिलाफ विशेष मुहिंम शुरू करने के लिए अठारह जनवरी को खुरालगढ़ साहिब से टै्रकटर रैली शुरू कर बीत के सभी सैतींस गावों में ले जाने की बात करते हुए कहा कि इस रैली से गांवो में लोगो को केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुारा किसाना मजदूर व अन्य वर्गो के खिलाफ किए जा रहे कार्यो व कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए विभिन्न वर्गो का कचूंमर कैसे निकाला जा रहा प्रति जागरूक किया जाएगा। इस समय आल इंडिया जाट महासभा, पंजाब के महासचिव अजायब सिंह बोपाराय, जगदेव सिंह गढ़ीमानसोवाल, पूर्व पंचायत समिति सदस्य कुलभूशन कुमार, पससफ के जिलाध्यक्ष रामजी दास चौहान, पंचायत समिति सदस्य मोहन लाल बीनेवाल, रमेश धीमान, बलवीर सिंह बैंस, तीर्थ सिंह मान, पूर्व सरपंच दविंद्र सिंह मैहिंदवानी, मास्टर नरेश कुमार, विक्की डल्लेवाल, चरनजीत ङ्क्षसंह नैनवां, डा. बलवीर सिह शेरगिल, हरीकिशन कोट, रणदीप कुमार, रिंका गढ़ीमानसोवाल व अन्य मौजूद थे।
फोटो: कृषि कानूनों की प्रतिया जलाते हुए अजायब सिंह बोपाराय, कुलभूशन कुमार, जगदेव ङ्क्षसंह, मोहन लाल बीनेवाल, रामजी दास चौहान व अन्य।