नवांशहर, 15 जून: श्री आनंदपुर साहिब से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा है कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा किए जा रहे संघर्ष में पंजाब सरकार शुरू से ही किसानों के हक में खड़ी है और आगे भी खड़ी रहेगी। आज यहां बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार आने पर यह तुरंत वापस लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए की सरकार ने जब बीते साल जून में इस संबंधी अध्यादेश लाया था, तो उस समय कांग्रेस पार्टी नहीं सबसे पहले इसका विरोध किया था और कांग्रेस के प्रवक्ता के रूप में सबसे पहले उनके द्वारा ही इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी मुखालफत की गई थी। जबकि दूसरी ओर हरसिमरत कौर बादल ने ना तो कैबिनेट में इस अध्यादेश का विरोध किया और ना ही तब इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा कि सितंबर में इस बिल के आने पर उनके सहित कांग्रेस के सभी सांसदों द्वारा संसद में इन बिलों का विरोध करते हुए उनके खिलाफ वोट डाली गई थी। सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि उनके द्वारा अखबारों में इस बारे में कई लेख किसानों हक में लिखे गए है। उन्होंने कहा कि यह अफसोसजनक है कि फिर भी कुछ लोगों द्वारा सियासत से प्रेरित होकर बिना वजह इस मुद्दे पर हमारा विरोध किया जा रहा है। उन्होंने किसान नेताओं से अपील की कि वे अपने समर्थकों और विरोधियों की पहचान करें ताकि इस आंदोलन को जल्द कामयाब किया जा सके।
कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू से ही किसानों के हक में खड़ी है पंजाब सरकार: मनीष तिवारी
Jun 15, 2021