युवा सेवा एवं खेल मंत्री यादविंद्र गोमा के साथ मिलकर खिलाड़ियों के उत्थान के लिए काम करूंगा : विक्रमादित्य
एएम नाथ। शिमला :
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि विभाग देना और लेना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है। खेल विभाग वापस लेने को लेकर मुझे किसी से कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने कहा कि ये चीजें मायने नहीं रखती हैं। मैं कैबिनेट स्टेटस का तमगा लगाने वालों में से नहीं हूं। सोमवार को राज्य सचिवालय में मीडिया से बातचीत में विक्रमादित्य ने कहा कि युवा सेवा एवं खेल मंत्री यादविंद्र गोमा के साथ मिलकर खिलाड़ियों के उत्थान के लिए मैं काम करूंगा। मंडी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें शिमला ग्रामीण की जनता ने जनादेश दिया है।
उनका चुनाव लड़ने का कोई विचार नहीं है। फिर भी जो आदेश हाईकमान का होगा, उसका पालन होगा। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि साल 2022 में हाईकमान ने पहली बार का विधायक होने के बावजूद उन्हें स्टार प्रचारक बनाया। पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह के नाम पर चुनाव लड़ा गया था। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर वह जनता के बीच जाएंगे और जनता को बताएंगे कि राज्य सरकार ने केंद्र की मदद के बिना 4500 करोड़ रुपये का स्पेशल पैकेज देकर प्रभावितों को राहत पहुंचाई।
राजीव गांधी ने लिया था राम मंदिर खोलने का फैसला
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने वर्ष 1989 में रामलला के मंदिर के ताले तोड़कर उसे खोलने का निर्णय लिया था। कांग्रेस को भाजपा या इनके संगठनों से हिंदू होने के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है। वह अयोध्या जाएंगे। जब भी उन्हें वक्त लगेगा, रामलला के दर्शन करेंगे। हाईकमान ने भी किसी को अयोध्या जाने के लिए इन्कार नहीं किया। विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राम मंदिर को लेकर भाजपा राजनीति कर रही है।