पंजाब सरकार ने बच्चों और युवाओं में लोकप्रिय हो चूके एनर्जी ड्रिंक्स को लेकर बड़ा फैसला लिया है. पंजाब सरकार ने स्कूल, कॉलेज की कैंटीन और परिसर के 500 मीटर के दायरे में एनर्जी ड्रिंक्स पर पाबंदी लगाने का फैसला लिया। दरअसल एनर्जी ड्रिंक की लत बच्चों और युवाओं की सेहत के लिए घातक साबित हो रही है।
क्यों निरोगी होना है जरूरी
हमारे पूर्वजों ने बहुत पहले ही संदेश दे दिया था कि पहला सुख निरोगी होना है. यानी अगर आपका शरीर स्वस्थ है, निरोगी है तो इससे बड़ा सुख दुनिया में कोई दूसरा नहीं है. वैसे भी ये सच है की अगर आप किसी रोग से ग्रस्त हैं तो फिर दुनिया के सभी सुख आपके लिए बेमाने हो जाते हैं।
युवा वर्ग का मंडरा रहा खतरा
सूचना और तकनीक के इस युग में लोग अपनी सेहत को लेकर पहले के मुकाबले ज्यादा जागरूक हुए हैं. लेकिन इसी सूचना तकनीक ने सेहत को लेकर हमें बहुत ज्यादा भ्रमित भी किया है. प्रतिस्पर्धा और धुआंधार मार्केटिंग की अंधी दौड़ में सेहत से खिलवाड़ करने वाले प्रोडक्ट्स को आपकी सेहत का साथी बनाकर पेश किया जा रहा है. इसकी चपेट में सबसे ज्यादा आ रहे हैं नौजवान और स्कूली बच्चे।
कितना घातक है एनर्जी ड्रिंक
एनर्जी ड्रिंक निर्माता कंपनियां एनर्जी ड्रिंक को ऐसे पेश कर रही हैं मानो पीने के बाद आपके शरीर में ऊर्जा का ज्वार आ जाएगा. एनर्जी ड्रिंक्स की काली हकीकत जानकर आप सन्नाटे में चले जाएंगे. ये एनर्जी ड्रिंक वास्तव में लॉन्ग टर्म में आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं।