नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि सीमा पार आतंकवाद का मुकाबला करते समय भारत दूसरा गाल आगे करने के मूड में नहीं है। जयशंकर ने यह भी कहा कि हमारे देश के आजाद होते ही देश में आतंकवाद शुरू हो गया। विदेश मंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “आतंकवाद हमारी आजादी के समय ही शुरू हो गया था, जब तथाकथित हमलावर पाकिस्तान से आए थे। पहले दिन से ही हमने आतंकवाद का सामना किया है और यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में हमें पूर्ण स्पष्टता होनी चाहिए।
आज देश का मूड बदल चुका : “आज इस देश में क्या बदल गया है। मुझे लगता है कि मुंबई 26/11, एक टर्निंग पॉइंट था. 26/11 के क्रूर सच और उसके खौफनाक प्रभाव को देखने से पहले बहुत लोग भ्रम में थे। उन्होंने कहा कि कोई एक गाल पर थप्पड़ मारे तो दूसरा गाल भी बढ़ा दो की नीति अब नहीं काम करने वाली। विदेश मंत्री ने कहा कि, ‘अब हमें सबसे पहले उसका जवाब देना चाहिए क्योंकि कुछ लोग कहते हैं कि थप्पड़ लगने पर हमारी ‘दूसरा गाल बढ़ाने’ की रणनीति बहुत शानदार थी। उन्होंने कहा, न तो अब देश का मूड ऐसा है और न ही मिजाज।
गाल बढ़ाने की नीति का कोई रणनीतिक अर्थ नहीं : मुझे नहीं लगता कि इसका कोई मतलब है। मुझे नहीं लगता कि इसका कोई रणनीतिक मतलब है। अगर कोई सीमा पार आतंकवाद कर रहा है तो आपको इसका जवाब देना चाहिए। उन्हें इसकी कीमत चुकानी चाहिए। विदेश मंत्री की यह टिप्पणी जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गुरुवार को सेना के वाहनों पर आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में चार सैनिकों की मौत के बाद आई । यह घटना तब हुई । जब तीन से चार हथियारों से लैस आतंकवादियों ने एक मारुति जिप्सी और सेना के एक ट्रक को निशाना बनाया। हमले के बाद, आतंकवादियों ने कथित तौर पर हमला कर हथियार छीन लिए।