नई दिल्ली : भारत में कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। 24 दिसंबर तक देश में JN.1 COVID वैरिएंट के 63 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें सबसे अधिक मामले प्रसिद्ध पर्यटक स्थल गोवा से आए हैं, जहां इस वैरिएंट के 34 मरीज मिले हैं, इसके बाद महाराष्ट्र से 9, कर्नाटक से 8, केरल से 6, तमिलनाडु से 4 और तेलंगाना से 2 मामले सामने आए हैं।
कोरोना का यह नया सब-वैरिएंट JN.1 भारत में तेजी से फैल रहा है। आपको बता दें कि देशभर में कोरोना के नए मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। देश में इस समय कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर चार हजार के पार पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, रविवार को कोरोना के 656 नए मामले सामने आए थे, जिसके बाद देश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 4,054 हो गई है।
जेएन.1 सब-वैरिएंट क्या है : JN.1 सब-वैरिएंट की पहली बार पहचान अगस्त में की गई थी। यह ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट BA.2.86 से बना है. 2022 की शुरुआत में BA.2.86 ही कोरोना के मामलों में वृद्धि का कारण था। BA.2.86 व्यापक रूप से नहीं फैला था, लेकिन इसने विशेषज्ञों को चिंतित कर दिया था क्योंकि BA.2.86 के स्पाइक प्रोटीन पर अतिरिक्त म्यूटेशन हुए थे और उसी तरह JN.1 के स्पाइक प्रोटीन में भी एक अतिरिक्त म्यूटेशन है। विशेषज्ञों का कहना है कि विश्व स्तर पर मामलों में बढ़ोतरी से पता चलता है कि जेएन.1 – एक ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट है, जो मजबूत इम्यूनिटी वालों को भी आसानी से संक्रमित कर सकता है. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) ने इसे यूएस में सबसे तेजी से बढ़ने वाला वैरिएंट बताया दिया है।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राहत की खबर : देश में कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या के बीच राहत की खबर है कि अधिकतर मरीज घर पर रहकर ही ठीक हो रहे हैं। जिनमें बीमारी के हल्के लक्षण हैं. डॉक्टरों के अनुसार, सर्दी, खांसी या बुखार से पीड़ित लोगों को अन्य लोगों से दूरी बनाए रखनी चाहिए और मास्क का उपयोग करना चाहिए और अपने हाथों को साबुन से धोना चाहिए या सैनिटाइजर का उपयोग करना चाहिए।