ऊना – जिला ऊना में कोरोना महामारी के अंत के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है। लेकिन वैक्सीन के बारे कई तरह की अफवाहें फलाई जा रही है। इस संबंध में उपायुक्त राघव शर्मा ने कहा कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इसे लगाने के उपरांत हल्का बुखार या बाजू में दर्ज सामान्य बात है और इससे घबराने की जरूरत नहीं है। वैक्सीन लगाने वाले प्रत्येक लाभार्थी के साथ डॉक्टर का फोन नंबर साझा किया जा रहा है, ताकि कोई असहजता महसूस होने पर उनसे संपर्क कर चिकित्सीय परामर्श लिया जा सके। डीसी ने कहा कि कोरोना के लिए वैक्सीनेशन स्वैच्छिक है, हालांकि स्वयं की सुरक्षा और बीमारी के प्रसार को सीमित करने के लिए कोरोना वैक्सीन की पूरी खुराक आवश्यक है।
कोरोना टीकाकरण की ये है व्यवस्था
डीसी राघव शर्मा ने कहा कि सरकार ने उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता पर वैक्सीनेशन के लिए चिन्हित किया है। पहले समूह में हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर शामिल हैं। दूसरे समूह में 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति तथा वह लोग जो पहले से ही किसी गंभीर रोग से ग्रसित हैं। इसके बाद वैक्सीन को अन्य सभी जरूरतमंदों को उपलब्ध कराया जाएगा।
कोरोना टीकाकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज़
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। पंजीकरण करने के लिए आधार या ड्राइविंग लाइसेंस या वोटर आईडी या पैन कार्ड या पासपोर्ट या जॉब कार्ड या पेंशन दस्तावेज, स्वास्थ्य मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी कार्ड, सांसदों या विधायकों या एमएलसी द्वारा जारी आधिकारिक प्रमाण पत्र, बैंक अथवा पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी पासबुक, केंद्र व राज्य सरकार या पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी सेवा आईडी कार्ड जैसे दस्तावेजों का होना आवश्यक है। ऑनलाइन पंजीकरण के बाद लाभार्थी को वैक्सीनेशन की नियत तिथि, स्थान और समय के बारे में अपने मोबाइल नंबर पर एसएमएस प्राप्त होगा। वैक्सीन की सभी खुराक देने के बाद एक क्यूआर कोड आधारित प्रमाण पत्र भी उनके नंबर पर भेजा जाएगा।