अजायब सिंह बोपाराय , एएम नाथ। धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश काग्रेस में बगावत के सुर लगातार तेज होते दिखाई दे रहे है। कल एमएलए राजेंद्र राणा के बाद आज धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने एकस पर पोसट कर एक बार फिर बगावत का स्वर दिखा दिए है। अव स्वाल पैदा हो रहा है कि कि काग्रेस में कोई बड़ी बगावत होने के दोनों एमएलए संकेत दे रहे है या यह दबाव की राजनीती के पैतडें अपना रहे है। इस सभी के चलते काग्रेस में खलवली मची हुई है। राज्य सभा के चुनाव से पहले एमएलए राजेंद्र राणा ने कल खुल्लेआम बगावती तेवर दिखाकर स्वाभिमान की बात की थी तो आज एमएलए सुधीर शर्मा ने एकस पर स्वाभिमान को दर्शाती पोस्ट डाल साफ कर दिया है कि अव खेला होना तय है।
धर्मशाला के एमएलए सुधीर शर्मा ने आज एकस पर आत्ममानस्य सम्मति: स्वभावस्यन्ता स्वाभिमान से समझौता यानि पहचान का अंत पोस्ट किया है। जिससे साफ हो गया है कि एमएलए सुधीर शर्मा स्वाभिमान से समझौता नहीं करेंगे। एमएलए सुधीर शर्मा चार दिन पहले मंत्री बनने की बात को नकार चुके है अगर सीधा कहे तो पत्रकारों से मंत्री बनने की बात चलने के स्वाल केजबाव में मंत्री पद का आफर ठुकरा चुके है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में गत सप्ताह मंत्री बनाए जाने की बात का कही थी। जिसके बाद भी एमएल सुधीर शर्मा के तेवर नर्म नहीं हुए और चार दिप पहले मंत्री पद की आफर ठुकराने के बाद आज स्वाभिमान से समझौता यानि पहचान का अंत की एकस पर पोस्ट डाल कर राजनीती को पूरी तरह से गर्मा दिया है।
सुजानपुर के एमएलए राजेंद्र राणा ने कल जमकर तेवर दिखाते हुए साफ कर दिया था कि अव मंत्री बनने का स्वाल नहीं है। अव तो स्वाभिमान की बात है और यह मेरी बात नहीं सुजानपुर की जनता के स्वाभिमान की बात है। उन्होंनों साफ कहा था कि अव फैसला सुजानपुर की जनता के लिए होगा और जनता ने मुझे कह दिया कि वह किसी पार्टी के साथ नहीं मेरेे साथ है।