एएम नाथ : शिमला : हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग और सदस्यों के गैरहाजिर रहने का डर सता रहा है। जिसके चलते सभी विधायकों को ‘व्हिप’ जारी करने के साथ ही सभी विधायकों के साइन लिए जा रहे हैं। भाजपा ने पूर्व में कांग्रेस के 6 बार सीएम वीरभद्र सिंह के रणनीतिकार रहे हर्ष महाजन को प्रत्याशी बना कर कांग्रेस के लिए टेंशन पैदा कर दी है। कांग्रेस को डर है कि कहीं हर्ष महाजन अपने रणनीतिक कौशिल के चलते कांग्रेस में भीतरघात करवाने में सफल ना हो जाए । कांग्रेस ने अभिषेक मनु सिंघवी को हिमाचल से राज्यसभा भेजने के लिए प्रत्याशी बनाया है
40 विधायक होने के बावजूद कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक हर्षवर्धन चौहान ने व्हिप जारी कर पार्टी के सभी विधायकों को 27 फरवरी को मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लेने को सुनिश्चित बनाने और पार्टी के अधिकृत पोलिंग एजेंट को दिखाने के बाद वोट बैटबॉक्स में डालने के निर्देश दिए गए हैं। कांग्रेस सरकार ने उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और सीपीएस संजय अवस्थी को पार्टी का अधिकृत पोलिंग एजेंट बनाया है। हालांकि, 68 विधायकों वाली हिमाचल विधानसभा में भाजपा के पास 25 ही विधायक हैं। वहीं, कांग्रेस के पास 40 एमएलए और तीन निर्दलीय विधायक हैं। फिर भी भाजपा ने राज्यसभा सांसद चुनाव को प्रत्याशी उतारा है।
भाजपा से हिमाचल कांग्रेस अंदरखाते पूरी तरह डरी हुई है। इसलिए पार्टी मतदान से पहले कोई चूक नहीं रखना चाह रही। इसी वजह से कांग्रेस ने 26 फरवरी को शिमला के सिसिल होटल में कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग भी बुलाई है 26 फरवरी को ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सुबह के समय सभी विधायक अपने सरकारी आवास ओक ओवर में ब्रेक-फास्ट पर बुलाए हैं। यहां भी सभी विधायकों को एकजुट होकर अभिषेक मनु सिंघवी को जिताने की अपील की जाएगी, क्योंकि पार्टी हाईकमान ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है।
27 फरवरी को राज्यसभा सांसद के लिए हिमाचल विधानसभा में वोटिंग होगी। वोटिंग के बाद मतों की गिनती की जाएगी और शाम को रिजल्ट निकल दिया जाएगा ।